Supreme Court की कार्यवाहियों की Live Streaming जल्‍द, कोर्ट नंबर 1,2 और 3 से होगी शुरुआत

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में आदेश जारी कर कार्यवाहियों की लाइव स्‍ट्रीमिंग की बात कही थी। इसके लिए अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया को मामला भेजा गया और नियम बनाने का आग्रह किया गया।

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Supreme Court: देश की सर्वोच्‍च अदालत की कार्यप्रणाली देखने के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना होगा।सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का लाइव टेलीकास्‍ट अगले माह से शुरू होने की पूरी संभावना है।इसके लिए सभी तैयारियां जोरों से चल रहीं हैं। प्रसारण की शुरुआत तीन वरिष्‍ठ कोर्ट 1,2 और 3 से किया जाएगा। इसके बाद उसे अन्‍य कोर्ट रूमों में विस्‍तारित किया जाएगा।मालूम हो कि कोर्ट नंबर-1 मुख्‍य न्‍यायाधीश की अदालत है।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्‍य न्‍यायाधीश आगामी 26 अगस्‍त को सेवानिवृत होने जा रहे हैं। ऐसे में संभावना है कि वह सुप्रीम कोर्ट कार्यवाही के सजीव प्रसारण की व्‍यवस्‍था कर देंगे।

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Supreme Court के Web Platform पर होगा प्रसारण

जानकारी के अनुसार शीर्ष कोर्ट की कार्यवाही का सीधा प्रसारण सुप्रीम कोर्ट के अपने वेब प्‍लेटफार्म पर किया जाएगा। जिसे सरकारी एजेंसी एनआईसी संचालित करती है। प्रसारण वेब कास्‍ट पर उपलब्ध कराया जाएगा। जिसका लिंक कोर्ट की ओर से जारी किया जाएगा। कार्यवाही का सीधा प्रसारण कुछ सेकंड के विलंब के बाद सार्वजनिक रूप से उपलब्‍ध हो जाएगा। ऐसे में अगर कुछ आपत्तिजनक होगा तो उसे त्‍वरित संपादित किया जा सकेगा। सुरक्षा की दृष्टि से इसे एनआईसी पर ही दिखाया जाएगा।

Supreme Court: जानिए किन हाईकोर्ट की कार्रवाई का होता है लाइव टेलीकास्‍ट

मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट कार्यवाही का प्रसारण करने वाला पहला कोर्ट नहीं है। इससे पूर्व ही पटना, कर्नाटक, गुजरात, मध्‍य प्रदेश हाईकोर्ट समेत देश के 8 से ज्‍यादा हाईकोर्ट में कार्यवाही के टेलीकास्‍ट की व्‍यवस्‍था है।इनकी कार्यवाहियां यूटयूब पर भी उपलब्‍ध हैं।

Supreme Court: वर्ष 2018 में लाइव स्‍ट्रीमिंग का दिया था आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में आदेश जारी कर कार्यवाहियों की लाइव स्‍ट्रीमिंग की बात कही थी। इसके लिए अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया को मामला भेजा गया और नियम बनाने का आग्रह किया गया। हालांकि अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया केेके.वेणुगोपाल ने उसी वर्ष नियम बनाकर कोर्ट को दे दिया था, लेकिन इसके बाद मामला आगे ही नहीं बढ़ सका।

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