कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर बुलंदशहर हिंसा में मारे गये इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुये मामले की न्यायिक जांच की आज मांग की। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी राज बब्बर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से यह इकलौता मामला नहीं है। देश में ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिनमें भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और उनके गुंडों ने पुलिस अधिकारियों तथा आम लोगों को डराया-धमकाया है, उन्हें अपमानित किया है और उन पर हमला किया है।
बब्बर ने कहा “बुलंदशहर की घटना 03 दिसंबर को हुई थी। घटना के 25 दिन बाद भी पुलिस के पास सिंह के हत्यारों का कोई सुराग नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा भाजपा के अन्य नेता समय-समय पर षड्यंत्र की बात कर रहे हैं। वे हत्यारों को पकड़ने के लिए कुछ भी नहीं कर रहे और उलटा अपराधियों को बचा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं है। सिर्फ उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अध्यक्षता में न्यायिक जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के साथ देश के दूसरे इलाकों में भी ‘भीड़तंत्र’ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा “पूरे देश में हिंसा और हत्या की कई घटनायें हुई हैं, लेकिन किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।”
बब्बर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मृतक इंस्पेक्टर के घर जाने की भी संवेदना नहीं दिखायी। उन्होंने उलटे उनके परिवार वालों के अपने आवास पर बुलवाया। उन्होंने कहा “राज्य में अराजकता का माहौल है। सरकार के रवैये के कारण आम लोगों का जीवन संकट में है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में लोगों ने भाजपा को 71 सीटें दी थीं, लेकिन सरकार ने लोगों को कुछ नहीं दिया।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं तथा अन्य नागरिकों का जीवन खतरे में है और इसलिए योगी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
-साभार, ईएनसी टाईम्स