World Art Day 2022: कला, कौशल और अभिव्‍यक्ति जताने का दिन है World Art Day 2022, जानें इसका इतिहास और महत्‍व

World Art Day 2022: वर्ल्‍ड आर्ट डे के मौके पर कला को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन पूरी दुनियाभर में होता है।

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World Art Day 2022
World Art Day 2022

World Art Day 2022: कला हमेशा से ही अभिव्यक्ति और भावनाओं को व्‍यक्त करने का माध्‍यम रहा है। सभी में कला और अभिव्‍यक्ति को बढ़ावा देने के मकसद से हर वर्ष 15 अप्रैल का दिन वर्ल्‍ड आर्ट डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सामान्‍य लोगों के बीच अलग- अलग कलाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम किया जाता है। वर्ल्ड आर्ट डे की शुरुआत 15 अप्रैल 2012 से हुई।

इस दिन को आधिकारिक उत्सव के तौर पर लॉस एंजिल्स में 2015 में मनाया गया। इसके बाद वर्ष 2019 में यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन के 40वें सत्र में इस दिन को वर्ल्‍ड आर्ट डे के रूप में घोषित किया गया।

वर्ष 2017 में World Art Day को इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ आर्ट ने अमेरिका में मान्यता दे दी। तब से हर साल दुनियाभर में अलग-अलग कलाओं से जुड़े लोग इस दिन को कला दिवस के रूप में सेलिब्रेट करते हैं और कला व कलाकारों के प्रति अपना सम्‍मान जताते हैं।

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World Art Day 2022

World Art Day 2022: महान कला प्रेमी लिओनार्दो दा विंची की जयंती पर करते हैं याद

lionardo da vinchi
Lionardo Da Vichi

आज ही के दिन 15 अप्रैल 1452 को इटली के महान चित्रकार लिओनार्दो दा विंची का जन्‍मदिन मनाया जाता है। वे न केवल एक बड़े कला प्रेमी थे, बल्कि इटली के महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल यांत्रिक, इंजीनियर और वैज्ञानिक भी थे। कला में उनकी पारंगता की वजह से उन्‍हें दुनियाभर में सम्‍मान मिला। यही वजह है कि उनकी जयंती पर विश्‍व कला दिवस का महत्‍व और भी अधिक बढ़ जाता है।

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World Art Day 2022

कार्यशाला, प्रतियोगिताओं और वाद-विवाद के साथ होते हैं कार्यक्रम

वर्ल्‍ड आर्ट डे के मौके पर कला को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन पूरी दुनियाभर में होता है। इसमें रंगों की कार्यशाला,चित्रकारी का महत्‍व आदि विषयों पर वाद-विवाद और कार्यक्रम किए जाते हैं।

यूनेस्‍को का कहना है कि को इस तरह मनाया जाए, ताकि दुनिया का हर व्‍यक्ति कला की अभिव्‍यक्ति को समझे। अपने
भावों को बताने के लिए कला के प्‍लेटफार्म का प्रयोग करे। आने वाली पीढि़यों को बताएं कि कला के बिना जीवन नीरस है। इसे कलात्‍मकता के कैनवास पर अपने भावों के रंगों से उकेरने का प्रयास करें।

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