Afzal Guru की बरसी मनाने और भारतीय सेना को Rapist बताने वाले Kanhaiya Kumar का ऐसा है राजनीतिक सफर

0
650
Kanhaiya Kumar
Kanhaiya Kumar

अपने दमदार भाषण और केंद्र पर तीखी प्रतिक्रया करने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के सदस्य कन्हैया कुमार  (Kanhaiya Kumar) आज दोपहर तीन बजे कांग्रेस (Congress) में शामिल होंगे। सीपीआई के जरिए राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाले कन्हैया कुमार का रिश्ता उनकी ही पार्टी के साथ करेले जैसा है। कन्हैया ने जब पार्टी ज्वाइन की थी तब सब कुछ अच्छा था लेकिन समय के साथ सीपीआई के तेवर कन्हैया कुमार के खिलाफ दिखने लगे।

दरअसल बात दिसंबर 2020 की है जब कन्हैया कुमार अपने समर्थकों के साथ पटना स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के दफ्तर पहुंचे थे जहां बेगूसराय जिला कार्याकारिणी की बैठक होनी थी। लेकिन बैठक किसी वजह से स्थगित कर दी गई और इसकी सूचना कन्हैया को नहीं दी गई। बस फिर क्या था, कन्हैया समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया और प्रदेश कार्यालय सचिव इंदुभूषण वर्मा के साथ बदसलूकी, धक्का-मुक्की और मारपीट की यहीं से दोनों के रिश्तों में कड़वाहट पैदा हुई।

सीपीआई से टकराव के बाद युवा नेता कन्हैया कुमार कांग्रेसी बनने के लिए आगे आए। कन्हैया कुमार आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। वैसे लंबे समय से खबरें सामने आ रहीं थी कि कन्हैया कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। लंबे इंतजार के बाद सीपीआई का साथ छोड़ कन्हैया ने कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला कर ही लिया।

विवादों से राजनीति में बनाई जगह

अफजल गुरू की बरसी मनाने, JNU में देश विरोधी नारे, सीपीआई के साथ टकराव, गिरिराज सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव, केंद्र पर हमला इस तरह के तमाम विवादों से कन्हैया कुमार ने राजनीति में एक मजबूत पकड़ बना ली है। इतनी मजबूत कि उन्हें आज देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी अपनी सदस्यता दे रही है।

2019 लोक सभा चुनाव

कन्हैया कुमार ने 2019 के आम चुनाव के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर बेगूसराय से चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में 269,976 वोट और 22.03% वोट शेयर के साथ वह चुनाव हार गए थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) से 422,217 मतों से हारकर दूसरा स्थान हासिल किया था। अपनी हार के बारे में उन्होंने आजतक को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि “इन चुनावों में मेरे पास सीधे तौर पर हारने के लिए कुछ भी नहीं था। मुझे एक बड़ी, समृद्ध और प्रभावशाली मशीनरी के खिलाफ लड़ने के लिए लोगों का समर्थन मिला और यह लोकतंत्र का संदेश है कि आंगनबाडी कार्यकर्ता का बेटा चुनाव लड़ सकता है।”

JNU देशद्रोह विवाद

फरवरी 2016 मेंं कन्हैया कुमार को दिल्ली पुलिस ने JNU परिसर में एक कार्यक्रम में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया था। यह कार्यक्रम JNU के छात्रों द्वारा संसद हमले के दोषी अफजल गुरु (Afzal Guru) की फांसी की दूसरी वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित किया गया था। कुमार ने देश की अखंडता के खिलाफ किसी भी तरह के नारे लगाने से इनकार किया था। उनकी गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों, शिक्षकों, छात्रों और शिक्षाविदों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में जेएनयू के छात्र हड़ताल पर चले गए थे।

इसके साथ कन्हैया का रिश्ता कई विवाद जुड़ा है। उन्होंने 3 मार्च साल 2017 में जेएनयू कैंपस में भरी सभा के बीच देश को आरएसएस के चंगुल से मुक्त कराने के लिए कहा था। कन्हैया ने कहा था कि मैं भारत से नहीं बल्कि भारत के भीतर आजादी की मांग कर रहा हूं। ये आरएसएस वाले देश को अपना गुलाम बना रहे हैं। उन्होंने छात्रों से आग्रह करते हुए कहा था कि देश को आरएसएस के चंगुल से मुक्त कराने के लिए हमें एक साथ लड़ना होगा।

भारतीय सेना के जवान को बताया था बलात्कारी

विवादों से राजनीति में जगह बनाने वाले कन्हैया कुमार भारतीय सेना को बलात्कारी भी कह चुके हैं। 2016 में 8 मार्च international women’s day के मौके पर एक कश्मीरी रेप पीड़िता की बात करते हुए उन्होंने कहा था कि बच्ची का रेप भारतीय सेना के जवान ने किया है। इस पर देश में काफी बवाल हुआ था।

पैरालिसिस से जूझ रहें है पिता

दिलचस्प बात यह है कि एक जानी मानी हस्ती बन चुके भारतीय राजनीति के उभरते हुए सितारे कन्हैया कुमार बड़े ही साधारण परिवार से हैं। कन्हैया के पिता जी जयशंकर सिंह एक एकड़ खेत के मालिक हैं और पैरालिसिस से जूझ रहे हैं। जयशंकर सिंह काफी समय से बिस्तर पर ही हैं। मां मीना देवी एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं। वहीं भाई मनीकांत असम की एक निजी फैक्ट्री में नौकरी करता है।

इतने साधारण से परिवार का बेटा 34 वर्षीय कन्हैया कुमार ने Geoghraphy से ग्रेजुएशन किया है। MA में पोस्टग्रेजुएशन और African Studies में Ph.D.किया है।

यह भी पढ़ें:

28 सितंबर को Kanhaiya Kumar और Jignesh Mewani कांग्रेस का हाथ थामेंगे, दोनों को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

Kanhaiya Kumar कांग्रेस में हो सकते है शामिल, बिहार में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here