कहते है चुनाव लड़ने के लिए और चुनाव जीतने के लिए अथाह पैसा और ताकत की जरूरत होती है। लंबे समय से चली आरही इस धारणा को बीजेपी ने बंगाल विधानसभा चुनाव में बदल दिया है। पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में दो ऐसी प्रत्याशियों को मैदान उतारा है जिनके पास रहने को घर नहीं है। दोनों ही प्रत्याशी महिला हैं। बीजेपी ने कलिता मांझी को पूर्वा बर्दवान जिले में स्थित औसग्राम निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया है। वहीं मनरेगा मजदूर की पत्नी चंदना बाउरी को पश्चिम बंगाल के सालतोरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है।

कलिता मांझी

कलिता मांझी गुसकड़ा नगरपालिका के वार्ड नंबर 3 में घास और मिट्टी से बनी एक झोपड़ी में पति सुब्रतो और बेटे पार्थ के साथ रहती हैं। पति प्लंबर का काम करता है। बेटा 8वीं कक्षा में पढ़ रहा है। घर का खर्च चलाने के लिए कलिता चार घरों में बर्तन साफ करने का काम करती हैं। इससे वे महीने का 2,500 कमा लेती हैं।

बीजेपी ने कलिता मांझी को पूर्वा बर्दवान जिले में स्थित औसग्राम निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया है। चुनाव का प्रचार करने के लिए मांझी ने काम पर से एक महीने की छुट्टी ली है। पार्टी इनके खाने-पीने का ख्याल रख रही है। बता दें कि, चुनाव प्रचार कलिता एकेले नहीं कर रही हैं वे बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ नजर आ रही हैं।

मुद्दे को लेकर कलिता का कहना है कि, मैं घर-घर में काम करती हूं मुझे अपने इलाके का मुद्दा पता है। उनका कहना है कि, हमारे यहां अस्पताल नहीं है। जनता के दिल में मैं जगह बनाने की पूरी कोशिश कर रही हूं। अगर जनता मुझे सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाती है तो इलाके में एक अस्पताल बनाने के लिए सोचा है।

चंदना बाउरी

बीजेपी ने 30 साल की चंदना बाउरी को, सल्तोरा विधानसभा क्षेत्र से  मैंदान में उतारा हैं। संपत्ति के नाम पर चंदना के पास सिर्फ तीन बकरियाँ, तीन गाय और एक मिट्टी का घर है। घर में न पानी आता है, न शौचालय है। बैंक में कुल जमा 31 हजार 985 रुपए है।

चंदना के पति दिहाड़ी मजदूर हैं। बहुत मेहनत के बाद भी दिन खत्म होते उनके पास सिर्फ 400 रुपए आते हैं। जब मॉनसून के समय अन्य मजदूर काम पर नहीं आते तो चंदना खुद अपने पति की मदद करती हैं। दोनों के पास मनरेगा कार्ड है।

चंदना के सपने ज्यादा बड़े नहीं हैं। लेकिन वह अपने घर में एक शौचालय चाहती हैं। अभी पिछले माह ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली इंस्टालमेंट से 60,000 रुपए में दो कमरे बनवाए हैं। जिले की भाजपा सदस्य होने के बावजूद उनके लिए टिकट पाना बहुत बड़ी बात है। वह भगवा साड़ी में हर सुबह 8 बजे घर से निकलती हैं। साड़ी पर कमल का फूल होता है और साथ में उनका बेटा।

चंदना बाउरी का मुकाबला TMC के संतोष कुमार मंडल से है जो करोड़पति हैं। TMC ने सपन बाउरी का टिकट काटकर संतोष को उम्मीदवार बनाया है।

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