यूरोप के कई देशों ने बुर्का को पहनने पर आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और डेनमार्क शामिल हैं। इस सूची में श्रीलंका का नाम भी शामिल हो गया है। श्रीलंका ने भी बुर्के पर बैन लगा दिया है। भारत में महिलाएं बुर्के को अपने अनुसार पहन रही हैं। यहां पर कोई रोक टोक नहीं है। अन्य देशों को देखते हुए भारत में भी बुर्का बैन करने की मांग उठ रही है। सोशल मीडिया पर हाल ही के दिनों में बुर्का बैन करने की मांग उठी थी। अब बीजेपी के एक नेता ने भी तीन तलाक की तर्ज पर बुर्का बैन करने की मांग की है।

उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल  ने “बुर्के को अमानवीय व्यवहार व कुप्रथा” करार देते हुए बुधवार को कहा कि देश में तीन तलाक की तर्ज पर “मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाई जाएगी”। संसदीय कार्य राज्य मंत्री शुक्ल ने बुधवार को बलिया में मीडिया से कहा “अनेक मुस्लिम देशों में बुर्के पर पाबंदी है और यह अमानवीय व्यवहार व कुप्रथा है”। मंत्री आनन्द स्वरूप ने कहा इसलिए “देश में मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाई जाएगी”।

शुक्ला आगे कहते हैं, विकसित सोच रखने वाले न तो बुर्का पहन रहे हैं न ही इस कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं उन्होंने मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगाने को लेकर आपत्ती जताई है। साथ ही लाउडस्पीकर को हटाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा कि तड़के चार बजे अजान शुरू हो जाती है और इसके बाद चंदे के सम्बंध में चार से पांच घंटे सूचना दी जाती है। जिस वजह से उन्हें पूजा-पाठ, योग, व्यायाम व शासकीय कामों को करने में दिक्कत आती है।

मंत्री ने कहा कि आम लोग डायल 112 पर कॉल कर मस्जिद में लगाए गए लाउडस्पीकर के कारण हो रही दिक्कत की सूचना दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने डीएम को जो पत्र लिखा है, उस पर कार्रवाई होगी। शुक्ल ने कहा कि अगर उनके पत्र पर कार्रवाई नहीं होती है तो वह आगे कदम उठाएंगे।

बता दें कि, 15 मार्च को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे 50 लोगों को एक आतंकवादी ने अंधाधुंध गोलीबारी करके मौत के घाट उतार दिया था। कुछ उसी तरह रविवार की सुबह श्रीलंका की तीन बड़ी चर्च में ईस्‍टर के मौके पर जमा हुई ईसाई धर्मावलंबियों ने आतंकियों ने निशाना बनाया है। कहा जाता है कि, अपराधियों ने इस घटना को अंजाम देने क लिए बुर्के का सहारा लिया था।

यूरोप के कई देशों ने बुर्के पर आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, जर्मनी और डेनमार्क शामिल हैं। हाल के दिनों में जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क ने कट्टरपंथ को देखते हुए और भी कई तरह के नए प्रतिबंधों को लगाने का ऐलान किया हुआ है।

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