इज़राइल दौरे से पहले इज़राइली मीडिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूरी तरह से मुरीद हो चुकी है। बुधवार को पुर्तगाल, अमेरिका और नीदरलैंड की यात्रा से लौटे पीएम नरेन्द्र मोदी 4 जुलाई को इज़राइल दौरे पर जाएंगे। उनके इस दौरे से पहले इज़राइली मीडिया ने उनकी ख़ूब तारीफ की। इज़राइल के एक प्रतिष्ठित अख़बार ने लिखा,जागो,दुनिया के सबसे अहम प्रधानमंत्री आ रहे हैं।

इज़राइल के एक प्रतिष्ठित व्यापारिक अख़बार ‘द मार्कर’ ने अपने हिब्रू संस्करण की सबसे प्रमुख स्टोरी में भारत-इजरायल संबंधों पर कहा है कि इजरायलियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी इजरायल यात्रा को लेकर बहुत उम्मीदें लगा रखी थीं लेकिन उन्होंने कुछ खास नहीं कहा। लेकिन सवा अरब लोगों के नेता मोदी बेहद लोकप्रिय हैं। साथ ही वह  सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था वाले देश भारत के प्रतिनिधि के रूप में  समर्थ हैं कि पूरी दुनिया उनकी ओर देख रही है।

इज़रायल के अन्य स्थानीय अखबारों और समाचार पोर्टलों ने पीएम मोदी के रामल्लाह जाने से बचने पर भी टिप्पणियां कीं। मोदी के इजरायल के तीन दिवसीय दौरे पर “द येरुशलम” पोस्ट ने एक अलग लिंक ही बना दिया है, जिसमें उसने भारत से जुड़ी कई खबरें दी हैं।

पीएम मोदी के रामल्लाह जाने से बचने पर अरुत्ज़ शेवा ने एक रिपोर्ट में कहा, “दुनिया के सबसे बड़े नेताओं के विपरीत, हालांकि, जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दूसरे सबसे बड़े राष्ट्र को नियंत्रित करते हैं,जाहिरा तौर पर अपने इजरायल दौरे के दौरान रामल्लाह का दौरा करने से इनकार कर रहे हैं, और फिलीस्तीनी प्रशासन (पीए) के प्रमुख महमूद अब्बास या अन्य पीए नेता से नहीं मिलने जा रहे”।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मोदी ने मई में पीए नेता की भारत यात्रा के दौरान अब्बास से मुलाकात की और भारत के वरिष्ठ अधिकारियों ने इजरायल दौरे के दौरान रामल्लाह में महमूद अब्बास के आवास का दौरा किया था।  साथ ही, इजरायल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी पूरे उत्साह से मनाया गया। इस बीच इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक में उद्घाटन वक्तव्य के दौरान विगत रविवार को कहा कि भारत और इजरायल के बीच संबंध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अगले हफ्ते 4 जुलाई को मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल आएंगे। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि यह इजरायल की सैन्य,आर्थिक और कूटनीतिक मजबूती को दर्शाता है
गौरतलब हैं की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू और पीएम मोदी पहले से ही संयुक्त राष्ट्र संबंधित घटनाओं के दौरान विदेशी मिट्टी पर दो बार मिले चुके हैं और फोन पर भी एक दूसरे से संपर्क में रहते है। भारत और इज़राइल के बीच रक्षा संबंधों ने दुनिया भर में ध्यान आकर्षित किया है और सामरिक आयाम हासिल किए हैं। माना जा रहा है कि मोदी की यात्रा से सुरक्षा संबंध और मजबूत होगें। बता दें की 70 साल के इजरायली अस्तित्व में कोई भारतीय प्रधानमंत्री वहां नहीं पहुंचा है।

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