वीडियोकॉन कर्ज मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर पर एफआईआर को लेकर वित्त मंत्री जेटली ने सीबीआई पर ही सवाल उठाए हैं। जेटली ने कहा है कि जांच एजेंसी लक्ष्य पर नजर रखने की बजाय इन्वेस्टिगेटिव एडवेंचर कर रही है। बता दें कि सीबीआई ने चंदा कोचर जो उस वक्त आईसीआईसीआई बैंक के तत्कालीन एमडी और सीईओ थी उनके खिलाफ और साथ ही उनके पति दीपक कोचर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा वी एन धूत, वीडियोकॉन समूह के एमडी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जेटली ने ट्वीट में लिखा, ”पेशेवर जांच और जांच में दुस्साहस के बीच आधारभूत अंतर है। हजारों किलोमीटर दूर बैठा, मैंने जब आईसीआईसीआई मामले में जांच के दायरे में शामिल लोगों की लिस्ट पढ़ी तो लगा कि सीबीआई का लक्ष्य पर फोकस नहीं है। एडवेंचरिज्म मीडिया लीक को बढ़ावा देता है, इससे संबंधित लोगों की प्रतिष्ठा खराब होती है। अगर हम बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े हर किसी को इस जांच में सुबूत या सुबूत के बिना शामिल करेंगे तो वास्तव में हम इससे क्या हासिल करने वाले हैं या नुकसान उठाने वाले हैं।
जेटली ने कहा कि देश में दोषियों को सजा दिलवाने की दर इसीलिए कम है क्योंकि प्रशंसा पाने के लिए जांचकर्ता पेशेवर तरीके को भूल जाते हैं। जांच एजेंसियों को मेरी सलाह ये है कि वो महाभारत के अर्जुन की तरह लक्ष्य पर केंद्रित रहें।
ICICI बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक और सेबी को एक खत लिखकर वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत और ICICI की सीईओ व एमडी चंदा कोचर पर एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। दावा किया गया है कि धूत की कंपनी वीडियोकॉन को आईसीआईसीआई बैंक से 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया गया और इसके बदले धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी ‘नूपावर’ में अपना पैसा निवेश किया। आरोप है कि चंदा कोचर ने अपने पति की कंपनी के लिए वेणुगोपाल धूत को लाभ पहुंचाया।
आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने आरोपों के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। चंदा कोचर के द्वारा आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ पोस्ट से रिटायरमेंट के लिए दी गई अर्जी को बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने स्वीकार कर लिया था। बैंक ने कहा है कि तत्काल प्रभाव से बैंक ने चंदा कोचर को रिटायरमेंट दे दी गई है। बैंक ने चंदा के बाद नए एमडी और सीईओ के पद पर संदीप बख्शी को पांच साल के लिए नियुक्त किया है। संदीप बख्शी इस पद पर 3 अक्टूबर, 2023 तक रहेंगे।