दुनिया भर में कोरोना ने कहर मचाया हुआ है। इस महामारी से मौजुदा हालात में सबसे अधिक भारत पीड़ित है। कोरोना की दूसरी लहर देश में कहर बनकर आई है। हर दिन 4 हजार से अधिक लोगों की मौत हो रही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि, पता करें कोरोना वायरस किसी लैब में बना है या किसी जानवर से इंसानों में फैला। साथ ही 90 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने का भी आदेश दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह निष्कर्ष निकालने के लिए सुबूत अपर्याप्त हैं कि क्या यह किसी संक्रमित जानवर के साथ मानव संपर्क से उभरा है या प्रयोगशाला में हुई दुर्घटना से उभरा है। उन्होंने कहा, अधिकांश खुफिया समुदाय को यह नहीं लगता कि इसका आकलन करने के लिए पर्याप्त जानकारी है कि किसकी संभावना अधिक है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों से घातक कोरोना महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए जांच के अपने प्रयासों को दोगुना करने के लिए कहा, जिसके कारण दुनिया भर में करीब 35 करोड़ लोगों की जान जा चुकी है।

राष्ट्रपति ने अमेरिका के सभी प्रयोगशाला को जांच में सहयोग करने के लिए कहा है। और चीन से महामारी की उत्पत्ति को लेकर अंतरराष्ट्रीय जांच में सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने इस संभावना को खारिज कर दिया कि अंतरराष्ट्रीय जांच में पूरी तरह से सहयोग करने में चीनी सरकार के इन्कार के मद्देनजर एक निश्चित निष्कषर्ष कभी नहीं निकाला जा सकता।

बता दे कि, कुछ दिन पहले पत्रकारों ने जब फाउची से सावल किया क्या आप को पूरा भरोसा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक है ? इस पर फाउची कहते हैं, “मैं इसपर विश्वास नहीं करूंगा। मुझे लगता है इस बात की जांच होनी बाकी है कि चीन में ऐसा क्या हुआ, जिससे कोरोना वायरस आया।फाउची ने बताया कि, इस वायरस को लेकर कई रिपोर्ट है, अधिकतर में यही बताया गया है कि, कोरोना किसी जानवर से फैला है और फिर इंसाने में आया। लेकिन ये कुछ और भी हो सकता है। अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि अभी हमें इसपर जांच की जरूरत है, ताकि हम वायरस के ओरिजन का पता लगा सकें।

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