सूबे में योगी सरकार का राज आने के बाद सफाई अभियान चलाया जा रहा है। यानि की प्रदेश को गुंडा मुक्त उत्तर प्रदेश बनाया जा रहा है। साथ ही इनकी संपत्ति को जब्त कर सरकारी खजानों को और अधिक मजूबत बनाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस ने 16 माह के भीतर माफियाओं की 1,128 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया है।

अधिकारिक आंकड़ों में इस जानकारी को पेश किया गया है। इसमें माफियाओं से संबंध रखने वाले रिश्तेदारों की संपत्ति को भी जब्त किया गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक गैंगस्टर अधिनियम के तहत 5,558 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 1,128 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस अवधि के दौरान मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और सुंदर भाटी गैंग से जुड़े सदस्यों समेत 22,259 कथित अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। 

पुलिस के बयान के अनुसार, ‘जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 के बीच प्रदेश भर में 25 माफिया को चिन्हित किया गया। इस अवधि के दौरान गैंगस्टर अधिनियम के तहत 5,518 प्राथमिकी दर्ज कर माफिया एवं उनके साथियों की 1,128 करोड़ रुपये कीमत की अवैध चल-अचल संपत्ति जब्त की गई।’

पुलिस ने कहा कि इस अवधि के दौरान माफिया से राजनेता बने मुख्तार अंसारी के गैंग के 110 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। अंसारी वर्तमान में प्रदेश की बांदा जेल में बंद है। इसी तरह, अतीक अहमद के गैंग के 89 सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई जोकि गुजरात की जेल में है।

बता दें कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया गया है। यह धारा माफिया, अपराधियों एवं कुख्यात अपराधियों एवं उनके सहयोगियों पर लगाम लगाने के लिए अवैध संपत्ति को जब्त करने की शक्ति प्रदान करती है।

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