कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान कई लोगों को अपने पक्ष में खड़ा करने की कोशिश करता है लेकिन उसकी हर चाल पर भारत पानी फेर देता है। एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर को लताड़ लगाई है। भारत ने कहा कि, बोजकिर गुमराह करने वाली टिप्पण कर रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय की फटकार के बाद बोजकिर की प्रवक्ता ने सफाई पेश की है।
वोल्कन बोजकिर की उप प्रवक्ता एमी कांत्रिल ने कहा कि यह बेहद अफसोसजनक है कि UNGA चीफ के बयान को संदर्भ से हटकर देखा गया। उन्होंने आगे कहा, ‘पाकिस्तान की यात्रा के दौरान बोजकिर ने कहा था कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति, स्थिरता एवं समृद्धि पाकिस्तान एवं भारत के बीच संबंधों के सामान्य बनने पर टिकी है और जम्मू कश्मीर मुद्दे के समाधान से ही रिश्ते सामान्य होंगे’।
बता दे कि, कश्मीर विवाद की फिलिस्तीन से तुलना करते हुए यूएनजीए अध्यक्ष बोजकिर ने कहा था कि कश्मीर विवाद के समाधान के लिए बड़ी राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है। उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगता है कि यह पाकिस्तान का विशेष रूप से कर्तव्य है कि वह संयुक्त राष्ट्र के मंच पर इस और अधिक मजबूती से उठाए। मैं इस बात से समहत हूं कि फिलिस्तीन और कश्मीर मुद्दा एक ही समय के हैं। उन्होंने आगे कहा था कि मैंने हमेशा सभी पक्षों से जम्मू-कश्मीर की स्थिति बदलने से परहेज करने का आग्रह किया है।
बोजकिर के इस बयान के बाद ही भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पिछले सप्ताह कहा था कि जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के कोई वर्तमान अध्यक्ष गुमराह करने वाला एवं पूर्वाग्रह से ग्रस्त बयान देता है तो वह अपने पद को बड़ा नुकसान पहुंचाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का आचरण वाकई खेदजनक है और यह वैश्विक स्तर पर उनके दर्जे को घटाता है।