राज्यसभा में आज सभापति हामिद अंसारी का आज आखिरी दिन है। इस मौके पर राज्यसभा में कई सांसदों ने उनके इस सफर पर अपने विचार व्यक्त किए।

बता दें कि उप-राष्ट्रपति के रूप में 80 साल के हामिद अंसारी का दूसरा कार्यकाल आज पूरा हो रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना है। स्वीकार्यता का माहौल खतरे में है। अंसारी ने कहा कि उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है। उन्होंने इसे ‘‘परेशान करने वाला विचार’’ करार दिया कि नागरिकों की भारतीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

अपने एक इंटरव्यू के दौरान अंसारी ने जो बातें कहीं उन्हें मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाली बातें माना जा रहा है। अंसारी ने पीएम मोदी और कैबिनेट के समक्ष असहनशीलता का मामला उठाया है। हामिद ने यह टिप्पणी तब की है जब देश में कई हिस्सों में गोरक्षकों द्वारा हिंसा की खबरें आ रही हैं।

उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इंटरव्यू के दौरान ये भी कहा कि, ‘‘लोगों पर भीड़ के बढ़ते हमले, अंधविश्वास का विरोध करने वालों की हत्याएं और कथित घर वापसी के मामले भारतीय मूल्यों में आ रहे विघटन के उदाहरण हैं। इससे ये भी पता चलता है कि कानून-व्यवस्था को लागू करने की सरकारी अधिकारियों की क्षमता भी अलग-अलग स्तरों पर खत्म हो रही है।’’

इस विदाई समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने हामिद अंसारी को बधाई देते हुए कहा कि “अंसारी जी बहतरीन यादें छोड़ कर जा रहें हैं और सदन में उनका योगदान काफी अहम रहा है। पीएम ने अंसारी की तारिफ करते हुए कहा कि उन्होंने सदन में सबको संभाला है। 10 साल तक राज्यसभा के उपसभापति रहे अंसारी को पीएम मोदी ने दोनों सदनों और देश वासियों की तरफ से शुभकामनाएं भी दी।”

उधर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी सभापति के रूप में उनके दस साल के कामकाज की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि आप के कार्यकाल में अनेक व्यवधान आये, लेकिन कई मौकों पर उच्च स्तर की चर्चा हुई।

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