फ्रांस की राजधानी पेरिस में चल रहे एयरो शो में अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने टाटा के साथ एफ-16 लड़ाकू विमान के लिए एक करार किया है। इस करार के बाद दुनिया का सबसे एडवांस्‍ड फाइटर जेट भारत में ही तैयार होगा। आपको बता दें कि यह वही फाइटर जेट है जो पहले पाकिस्‍तान को मिलने वाले थे लेकिन आखिरी मौके पर अमेरिका ने अपना इरादा बदल लिया था। लॉकहीड मार्टिन और टाटा की कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम ने इस संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना को सोवियत संघ से मिले पुराने पड़ चुके लड़ाकू विमानों की जगह सैकड़ों नए विमानों की जरूरत थी। पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साफ किया था कि विदेशी कंपनियां यदि लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करना चाहती हैं तो उन्हें ‘मेक इन इंडिया’  के तहत किसी स्थानीय साझेदार के साथ मिलकर भारत में ही निर्माण करना होगा। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में रोजगार सृजन अभियान पर जोर दे रहे हैं। इसके चलते इस करार को लेकर थोड़ी आशंका थी। हालांकि करार का एलान करते हुए दोनों कंपनियों ने साफ़ किया कि भारत में उत्पादन शुरू करने के बावजूद अमेरिका में नौकरियां बनी रहेंगी। कंपनी भारतीय प्लांट से विमान बनाकर दूसरे देशों को निर्यात भी कर सकती है।

इस समय दुनिया के 26 देशों में करीब 3200 एफ-16 विमान काम कर रहे हैं। यह चौथी पीढ़ी का एक इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल फाइटर विमान है,जिसकी अधिकतम गति 2,400 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसका रडार सिस्टम और जीपीएस नैविगेशन सिस्टम काफी उन्नत है और यह ख़राब मौसम में भी काम कर सकता है।

यह समझौता इसलिए और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की यात्रा से ठीक पहले हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी 26 जून को राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे।

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