काफी उहापोह के बाद राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने पत्ते खोले हैं । राष्ट्रपति पद के चुनाव में राजग उम्मीदवार के नाम पर भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला हो गया है। बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार होंगे।

इससे पहले यह कयास जारी था कि आज हो सकता है कि पार्टी अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करे। आज सुबह से खबर थी कि इसके लिए भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक पार्टी मुख्यालय में हो रही है। बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू समेत तमाम दिग्गज भाजपा नेता मौजूद हैं। बैठक में उम्मीदवार के नाम पर सहमति बन सकती है। इससे पहले सुषमा स्वराज समेत कई नामों पर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन बाद में सुषमा स्वराज ने खुद को रायसीना की रेस से अलग कर लिया था।

बहरहाल, सूत्रों से यह मालूम हुआ है कि पार्टी में इस बात को लेकर रजामंदी बनी थी कि किसी सक्रिय राजनीतिक हस्ती को ही देश के इस सर्वोच्च पद पर काबिज होना चाहिए। राष्ट्रपति चुनाव पर एनडीए उम्मीदवार के लिए समर्थन जुटाने में लगी भाजपा के मंत्रियों की टीम ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस, सपा, लोजपा और बीजद समेत कई पार्टियों से बात की। इस चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी ने जहां राजनीतिक व्यक्ति को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने की राय जाहिर की। वहीं लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का समर्थन करेगी।

इस क्रम में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस और बीजद नेतृत्व से बात कर एनडीए उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने का अनुरोध किया। तो सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडु ने समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव और लोजपा नेता रामविलास पासवान से बात की। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी एनडीए के नरम उदारवादी चेहरे और महिला उम्मीदवार पर आम राय बनाने के खिलाफ नहीं है। इस लिहाज से जेटली की टीएमसी नेतृत्व से चर्चा के सियासी मायने हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 24 जून को अमेरिका दौरे पर रवाना होना है और इसलिए एनडीए की पीएम के विदेश दौरे से पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार का नामांकन दाखिल कराने की पूरी तैयारी है। इसके लिए भाजपा और सहयोगी दलों की ओर से नामांकन पत्र का सेट भी तैयार किया जा रहा है।  ऐसे में हालात की गंभीरता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों व विधायकों को दिल्ली बुलाया है। बताया जा रहा है भाजपा ने अपने सभी सांसदों और विधायकों को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नामांकन पर हस्ताक्षर करने के लिए आमंत्रण भेजा है। एनडीए राष्ट्रपति उम्मीदवार के नामांकन के एक सेट पर प्रधानमंत्री समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों और सहयोगी दलों के नेता प्रस्तावक और अनुमोदक के रुप में हस्ताक्षर करेंगे। ऐसे में ध्यान देने वाली बात है कि राष्ट्रपति पद का नामांकन दाखिल करने के लिए 50 सांसदों या विधायकों के प्रस्तावक और इतने ही अनुमोदक के रुप में हस्ताक्षर की जरूरत होती है।

अब जबकि बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो बाकी दलों की प्रतिक्रिया आनी बाकी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here