विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को लेकर सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी हमेशा कांग्रेस के निशाने पर रही है। पार्टी इन सभी को भगाने का आरोपा बीजेपी पर लगाती रही है। वहीं बीजेपी के अनुसार इन लोगों ने कांग्रेस के राज में बड़ा घोटाला किया है। लगातार सवाल उठता रहता है कि, ये लोग भारत कब आएंगे। मोदी सरकार देश का कर्ज खाने वालों को भारत कब ला रही है। विपक्ष के सवालों का जवाब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में दिया है।

सीतारमण ने राज्यसभा में बीमा (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान कहा, ”विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी ये सभी इस देश के कानून का सामना करने के लिए वापस आ रहे हैं … एक-एक कर के हर कोई इस देश के कानून का सामना करने के लिए देश में वापस आ रहा है। गौरतलब है कि सरकार ब्रिटेन से माल्या और मोदी के प्रत्यर्पण के लिए प्रयास कर रही है, जबकि माना जा रहा है कि चोकसी एंटीगुआ-बारबुडा में है। 

माल्या अपनी दिवालिया किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े 9,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण को जानबूझ कर न चुकाने के आरोपी हैं, और मार्च 2016 से ब्रिटेन में हैं। वहीं नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी के साथ कर्ज में धोखाधड़ी के आरोपी हैं। चाचा भतीजे पर 16,400 करोड घोटाले का आरोप लगा है। सीबीआई जांच शुरू होने से पहले 2018 में दोनों भारत से भाग गए।

मोदी सरकार इन सभी को लंबे समय से भारत लाने का दावा कर रही है लेकिन पार्टी का दावा जमीन पर नजर नहीं आ रहा है। अब तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में खुल कर कहा है कि, भारत के कानून का सामना करने के लिए आरोपियों को देश वापस आना ही होगा। हालांकि सीतारमण ने ये नहीं बताया कि, इन लोगों को सरकार भारत कब स्वदेश खींच कर ला रही है।

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