तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सीएम पद की शपथ लेने के बाद पहली बार दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस गठजोड़ की कयावद में लगे केसीआर प्रधानमंत्री मोदी के अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी सहित समान विचारधारा वाले अन्य दलों के नेताओं से मिलने की योजना है।
बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर राव ने सोमवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की थी।
टीआरएस के दिल्ली कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक राव सोमवार रात को दिल्ली आ गए थे। मंगलवार को पूरे दिन वे अपने घर पर बैठकें करते रहे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती से भी उनकी मुलाकात को लेकर अटकलें लगती रहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश के इन दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों से राव की मुलाकात नहीं हो सकी। अब दोनों नेताओं की मुलाकात आज दिन में होने वाली है।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य राजीव गौड़ा ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव क्षेत्रीय दलों को मिलाकर तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद इसलिए कर रहे हैं, ताकि आगामी आम चुनावों के बाद भाजपा को पुन: सत्ता पर काबिज करवाया जा सके। उन्होंने दावा किया कि तीसरे मोर्चे में टीआरएस अकेली पार्टी रह जाएगी।
वही विधानसभा चुनावों में तेलंगाना में बहुमत मिलने के बाद केसीआर ने कहा था कि उनका ध्यान राष्ट्रीय स्तर पर एक फेडरल फ्रंट बनाने पर होगा। ऐसा माना जा रहा है कि केसीआर ने अपने बेटे केटी रामाराव को राष्ट्रीय राजनीति में अधिक समय देने के लिए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।