आरजेडी के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मलिक की रविवार को गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। हत्या के मामले में बिहार पुलिस ने रविवार को पार्टी के मुख्य नेता तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अनिल कुमार साधु समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 28 अक्टूबर को होने वाला है। इस मौके पर तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और अनिल कुमार साधु पर एफआईआर दर्ज होने से पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है।

तेजस्वी-तेजप्रताप समेत 6 लोगों पर एफआईआर

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परिवार की ओर से दर्ज बयान के आधार पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, एससीएसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु पासवान, अररिया के आरजेडी नेता कालो पासवान समेत छह लोगों पर साजिश के तहत हत्या कराने का आरोप लगाते हुए केहट थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने एफआईआर फाइल करने की पुष्टि की है।

आरजेडी के अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ के पूर्व सचिव शक्ति मलिक की रविवार सुबह बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक शक्ति की पत्नी खुशबू देवी ने इस मामले में रविवार शाम तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और अनिल कुमार साधु समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। परिजनों का आरोप है कि ये लोग शक्ति को जान से मारने की धमकी देते थे।

रविवार 3 बजे हुई हत्या

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रविवार की सुबह 3 बजे कुछ नकाब बंद बदमाश शक्ति के घर में जबरन घुस गए ताबड़-तोड़ फायरिंग करने लगे। उसी दौरान शक्ति को गोली लग गई। घटना के समय घर में सिर्फ बच्चे और पत्नी के अलावा ड्राइवर ही था। आनन फानन में शक्ति को सदर अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

कुछ दिन पहले शक्ति मलिक ने तेजस्वी यादव के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि, “रानीगंज विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए जब मैं तेजस्वी यादव से मिला तो उन्होंने मुझ से टिकट के बदले 50 लाख रुपए की मांग की और जातिसूचक शब्द का प्रयोग भी किया।”

तेजस्वी पर लगाया था आरोप

इतना ही नहीं पिछले दिनो शक्ति मलिक का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो बता रहे है कि, “जब मैं तेजस्वी यादव से मिलने गया तो, वहा पर साधु कुमार थे उन्होंने कहा चुनाव लड़ना है तो चंदा देना होगा। कुछ ही समय में तेजस्वी यादव घर से बहार निकले उन्होंने भी यही बात कही। साथ ही तेजस्वी ने कहा इस बात का जिक्र कही किए तो जान से मराव देंगे।”

बिहार चुनाव के बीच शक्ति मलिक हत्याकांड में पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। आरजेडी के शीर्ष नेता पर एफआईआर दर्ज होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

शक्ति मलिक 2019 में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हुए थे और उसके बाद उन्हें पार्टी के अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ का सचिव बनाया गया था। 

मलिक के मौत की खबर सुनते ही बिना समय गवाएं जेडीयू ने आरजेडी पर हमला बोल दिया।

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