Tejashwi Yadav: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार दिल्ली का दौरा करते हुए बिहार के नए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वाम दलों के नेताओं से मुलाकात की। जिसके बाद उन्होंने कहा कि बिहार ने दिखाया है कि भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देश को दिशा दे रहे हैं। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि सोनिया और तेजस्वी की मुलाकात बिहार में मंत्री पद की संख्या को लेकर हुई है। कांग्रेस 4 मंत्री पद की मांग कर रही है, लेकिन राजद, महागठबंधन 2 से अधिक मंत्री पद देने के लिए तैयार नहीं हैं।
Tejashwi Yadav ने सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की
बता दें कि इस बीच, तेजस्वी ने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और उनके सीपीआई समकक्ष डी राजा से मुलाकात की। इसके बाद वे सोनिया से मिलने 10 जनपथ गए। बैठक से बाहर निकलते हुए, उन्होंने कहा कि उन सभी ने राजद को बधाई दी कि उन्होंने भाजपा के साथ संबंध तोड़ने के बाद नीतीश कुमार का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने समय पर निर्णय लिया था और एनडीए से बाहर निकलने का उनका कदम भाजपा के मुंह पर “थप्पड़” था।
Tejashwi Yadav बोले- बिहार में भाजपा को छोड़कर हमसभ साथ आए हैं
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा में, भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दल, हम सब एक साथ आए हैं। ऐसा ही नजारा अब देश में देखने को मिलेगा। महंगाई, बेरोज़गारी, सामाजिक और साम्प्रदायिक तनाव से लोग तंग आ चुके हैं। जो हिन्दू-मुसलमानों को एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खड़ा कर देश पर राज करना चाहते हैं। जहां हमारा संविधान और लोकतंत्र ख़तरे में है। जहां भाईचारा को नष्ट करने की कोशिश की गई। हमारी गंगा-जमुनी तहजीब…बिहार ने एक बार फिर…देश को एक नई दिशा दिखाई है।”
Tejashwi Yadav ने भाजपा पर लगाया आरोप
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा क्षेत्रीय दलों को खत्म करने के लिए तैयार है। “ज्यादातर क्षेत्रीय दल पिछड़े वर्गों और दलितों के हैं। और वे नीतीश कुमार को खत्म करना चाहते थे जो पिछड़े समुदाय से आते हैं। आपने रामविलासजी की पार्टी को दो भागों में तोड़ दिया। आप उनकी राजनीति खत्म करना चाहते हैं। यदि क्षेत्रीय दल समाप्त हो जाते हैं, तो कोई विपक्ष नहीं होगा। और अगर विपक्ष नहीं होगा, तो लोकतंत्र नहीं होगा। और अगर लोकतंत्र नहीं होगा, तो देश पर राज होगा। शासन एक तानाशाह की तरह होगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश और उन्होंने अतीत में भले ही आरोप-प्रत्यारोप किए हों, लेकिन वे एक ही समाजवादी विचारधारा के हैं। उन्होंने कहा, “यह समाजवादी विरासत… जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है, कोई भी इसे हमसे छीन नहीं सकता।” उन्होंने कहा, ‘हम भले ही लड़े हों, लेकिन जब राष्ट्रीय हित की बात आती है, तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम एकजुट हों।
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