प्रोफेसर तारिक मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नए कुलपति बन गए हैं इससे पहले कुलपति का पदभार संभाल रहे प्रो. जमीर उद्दीन शाह का कार्यभार आज समाप्त हो गया है। एएमयू के 41 वें कुलपति बने 60 वर्षीय प्रो.तारिक मंसूर पिछले 35 सालों से एएमयू से जुड़े हुए हैं। प्रो.मंसूर पहले जेएन मेडिकल काँलेज के प्रिंसिपल थे और उन्होंने इसी कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई भी की थी। उन्होंने जेएन कॉलेज से 1978 में एमबीबीएस किया और 1982 में मास्टर इन सर्जरी।

आपको बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी के द्वारा उन्हें एएमयू के कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है। एएमयू के कुलपति पद के लिए प्रो.तारिक मंसूर के साथ और तीन नाम भी राष्ट्रपति के पास दो महीने पहले ही भेज दिया गया था। इस लिस्ट में यूएस इंडिया पालिसी इंस्टिट्यूट के कार्यकारी निदेशक अबू सालेह शरीफ और वेलकम ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शहीद जमील का नाम भी शामिल था। इस चयन के लिए एएमयू कोर्ट कि बैठक में उक्त नामों का पैनेल बना था। जिसमें प्रो. मंसूर को सबसे ज्यादा वोटों के साथ एएमयू का कुलपति घोषित कर दिया गया।unnamed 1

कार्यभार सँभालने से पहले प्रो. मंसूर ने सर सैयद अहमद खान कि मूर्ति को श्रधांजलि अर्पित की और बाद में एएमयू के मोरिसन कोर्ट और सैयेद हॉल जाकर छात्रों से बातचीत की।

वहीँ पद छोड़ने से पहले अपने आखिरी भाषण में प्रो .जमीर उद्दीन शाह ने सभी को शुक्रिया कहते हुए एएमयू को नम्बर 1 न बना पाने का दुख जताया।आपको बता दें कि प्रो.मंसूर ने उत्तर भारत में पल्स पोलियो,एचआईवी और हिमोफिलिया समेत यूनीसेफ के कई स्वास्थ्य प्रोग्रामों के लिए भी काम किया है।

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