पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान ने बालाकोट सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की है। बीएसएफ भी पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। फिलहाल इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं हैं। यह आठ दिन में आठवां सीजफायर उल्लंघन है। वहीं शोपियां जिले में भारतीय सेना ने बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया है। खबर है कि वहां लश्कर के आतंकी छिपे हैं। सेना हर घर की तलाशी ले रही है। लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि आखिर कब तक पाकिस्तान की इन गुस्ताखियों को सहन करते रहेंगे। आखिर पाक की नापाक हरकतों का इलाज क्या है?

बुधवार 17 मई को एपीएन न्यूज के खास कार्यक्रम मुद्दा में पाकिस्तान द्वारा बार-बार सीजफायर उल्लंघन के मसले पर चर्चा हुई। इस अहम विषय पर चर्चा के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ मौजूद थे। इन लोगों में गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक एपीएन), अनिला सिंह (प्रवक्ता बीजेपी), ईशरत जहां ( प्रवक्ता कांग्रेस) व मेजर जनरल एस पी सिन्हा ( रक्षा विशेषज्ञ) शामिल थे।

अनिला सिंह ने कहा कि किसी भी देश की सरकार हमेशा तैयार रहती हैं। बीजेपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है पूरे राष्ट्र का मुद्दा ये है कि कश्मीर का मुद्दा सुलझ जाये। मेरा देश व्यवहारिक है और इसी व्यवहारिकता को वो कमजोरी समझते हैं तो यह उनकी भूल है। कश्मीर के समस्या की जननी कांग्रेस है। अगर कांग्रेस ने देशहित में कदम उठाया होता तो आज हम कश्मीर को लेकर बहस न कर रहे होते।

गोविंद पंत राजू ने कहा कि जो कार्रवाई हो रही है वह पर्याप्त नही तो बहुत कम भी नही कही जा सकती। नक्सलियों का कार्यक्षेत्र लगातार कम होता जा रहा है। सुरक्षाबल उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। अब वो वक्त आ गया है कि भारत को अपनी मर्यादा, अंतरराष्ट्रीय नियम कानूनों और परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कड़ी कार्रवाई की जरुरत है। अन्यथा नासूर लगातार बढ़ता रहेगा।

ईशरत जहां ने कहा कि पिछले 14 सालों में पहले प्रधानमंत्री हैं जो प्रधानमंत्री बनने के साथ ही साथ पाकिस्तान का रुख करते हैं और मिलने के लिए जाते हैं और बदले में हमें पठानकोट का हमला मिलता है। ये देश की सुरक्षा का मसला है और यहां पर हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है क्यों कि हम केन्द्र सरकार में काबिज हैं और लोगों ने हमें बना कर भेजा है।

एस पी सिन्हा ने कहा कि लोग कहते हैं कि पाकिस्तान से बात करो किससे बात करो पाकिस्तान आर्मी से बात करो या आइएसआई से बात करो या जो डमी पीएम है उससे बात करो लेकिन बात करने से कोई सफलता मिलेगी क्या? कड़ी कार्यवाई करनी पड़ेगी और पाकिस्तान जिस भाषा में बात करता है उसी भाषा में बात करना पड़ेगा। पाकिस्तान का खात्मा ही भारत और पाक समस्या का अंतिम उत्तर है।

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