राष्ट्रपति पद के लिए पक्ष-विपक्ष में घमासान जारी है, एनडीए की ओर से रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार मैदान में उतारने के उपरान्त यूपीए सरकार ने लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रुप में उतारा है। माना जा रहा है कि यह सब यूपीए की सरकार ने केवल दलील V/s दलीत के मुकाबले के लिए किया है। जिससे सरकार की डूबती नैया भी बच जाए और उनका कोई नुकसान भी न हो।

उधर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर यूपीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार का 30 अप्रैल 2013 का एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियों पोस्ट में सुषमा ने लिखा, ’देखिए, कैसे लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार अपोजिशन लीडर के साथ कैसा बर्ताव करती थीं।’ गौरतलब है कि यह वीडियो यूपीए सरकार के उस बजट सेशन का है, जब की नेता रहीं सुषमा स्वराज 2जी, सीडब्ल्यूजी और कोल घोटाले को लेकर मनमोहन सरकार को घेरने की कोशिश कर रही थीं। इस वीडियों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सुषमा अपनी बात पूरी करती, इसके पहले ही पूर्व लोकसभा स्पीकर उन्हें बैठने का आदेश दे देती है। इस दौरान मीरा कुमार कई बार ऑल राइट, थैंक यू, और ठीक है कहती नजर आती हैं। इसी के साथ सुषमा ने एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट का लिंक भी ट्वीट किया है। इसके मुताबिक, लोकसभा स्पीकर ने 6 मिनट की स्पीच के दौरान सुषमा को करीब 60 बार टोका था।

वीडियो देखे-

रामनाथ कोविंद की राजनीतिक एक झलक

यूपी के कानपुर के डेरापुर में जन्में रामनाथ की सागदीभरी, साफछवी के राजनीति करियर की शुरुआत 1977 से हुई जब वह दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। 1979 वें वह बीजेपी दलीत मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष बने रहे। सन् 1991 वें में वह बीजेपी में सम्मिलित हुए जिसके बाद बीजेपी द्वारा उन्हें 1994 वें यूपी के राज्य सभा में निर्वाचित किया गया, जहां वह अपने जीवनकाल में 12 वर्षो तक राज्यसभा के सदस्य बने रहे। 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के रुप में उन्होंने अपना पदभार संभाला लेकिन 19 जून 2017 को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रामनाथ का नाम एनडीए की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए खड़ा किया।

मीरा कुमार की राजनीतिक एक झलक

कानूनी और संविधान की समझ रखने वाली बिहार के सासाराम में जन्मी मीरा कुमार के राजनीति करियर की शुरुआत अस्सी के दशक में हुआ था। साल 1975 में वे पहली बार बिजनौर से संसद के रुप में चुनकर राजनीति के क्षेत्र में आई। 1990 में वह कांग्रेस पार्टी की कार्यकारणी सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की महासचिव चुनी गई। 1996 वें में वह दूसरी और 1998 में वह तीसरी बार राज्यसभा सासंद के रुप में चुनी गई। २००४ में यूनाईटेड प्रोग्रेसिव अलायन्स सरकार में उन्हें सामाजिक न्याय मंत्रालय में मंत्री बनाया गया। इस बार वे पाँचवीं बार संसद के लिए चुनी गई हैं। मीरा कुमार को भारत की पहली महिला लोकसभा स्पीकर का गौरव प्राप्त हैं।

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