इक्कीसवीं शताब्दी का सतरहवां बरस समाप्त हुआ। इसी के साथ देश में कई उथल-पुथल देखने को मिले। इस बार की राजनीति में जहां झूठ, फरेब, लांछन के अलावा राष्ट्रवाद बनाम पाकिस्तान, हिंदू बनाम हिंदुत्व और रामभक्त बनाम ‘राम-राम’ भी देखने को मिला। तो वहीं देश की अर्थव्यवस्था में जीएसटी, नोटबंदी और जीडीपी में हुए भारी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिले। सामाजिक तानेबाने की बात करें तो आरक्षण का मुद्दा ऐसा गर्माया कि वो राजनीति पटल पर सबसे महत्वपूर्ण विषय बन कर उभरा। इसके साथ ही गौहत्या, मॉब लिंचिंग, लव जिहाद, पत्रकारों की हत्या जैसे कई विवाद भारतीय समाज में एक कलंक बन कर उभरे जिसे अगर भारतीय समाज के इतिहास के काले पन्नों में दर्ज किया जाए तो कोई आतिशयोक्ति की बात नहीं होनी चाहिए। ये सभी विवाद, घटनाएं, दुर्घटनाएं जब-जब याद किए जाएंगे तो उसमें कई ऐसे चर्चित शख्सियतों का नाम आएगा जिन्हें न लोग जानते थे और न पहचानते थे। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 2017 के पन्नों में अपना नाम हमेशा के लिए दर्ज करा लिया। इसके अलावा कई ऐसे भी शख्सियत थे जिन्हें लोग जानते तो थे किंतु उनको जानने की वजह अब बदल चुकी रहेगी। इसके साथ ही कई ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने देश को गौरवान्वित किया।
वो नाम जो रहे 2017 में चर्चित
1 मानुषी छिल्लर–
17 साल बाद एक बार फिर से भारत की बेटी ने दुनिया के सामने देश का नाम रौशन कर दिया। साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा के बाद 2017 में हरियाणा की मानुषी छिल्लर मिस वर्ल्ड बनीं। प्रतियोगिता में कुल 118 देशों की सुंदरियों ने शिरकत किया था। मानुषी सभी पर भारी पड़ गईं। उनके एक बहतरीन जवाब ने सबको हरा उन्हें मिस वर्ल्ड 2017 बना दिया।
2 पत्रकार गौरी लंकेश
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की 5 सितम्बर 2017 को उनके ही घर में घुस कर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। लंकेश एक मशहूर कन्नड़ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता थी जो निर्भीकता से राइट विंग विचारों और उनकी पॉलिसीज का विरोध करती थी। पुलिस पास की एक इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हत्यारों की पहचान में जुटी है। हत्यारों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं लेकिन अभी तक के खोजबीन में कुछ पता नहीं चल पाया है। बता दें कि लंकेश उस वक्त अपने घर में थी जब 3 बदमाश उनके घर में घुस गए और बरामदे में खड़ी गौरी पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हत्यारों ने 7 राउंड गोलियां चलाईं। गौरी को तीन गोलियां लगी और मौक़े पर ही उनकी मौत हो गई।
3 श्याम रंगीला
स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले लाफ्टर शो ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ के प्रतिभागी कॉमेडियन श्याम रंगीला अपने मिमिक्री एक्ट की वजह से जमकर सुर्खियां बटोरते हैं। उनका एक वीडियों काफी वायरल हुआ था, जिसमें श्याम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मिमिक्री कर रहे थे। लेकिन सुनने में आया कि चैनल ने उन्हें शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मिमिक्री करने से साफ तौर पर मना कर दिया था। इस मामले में सोशल मीडिया पर भी काफी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी।
4 निर्मला सीतारमण
कैबिनेट विस्तार में प्रमोशन पाईं निर्मला सीतारमण को 2017 में देश का नया रक्षा मंत्री बनाया गया। निर्मला सीतारमण इससे पहले देश की वाणिज्य मंत्री थीं। इंदिरा गांधी जब प्रधानमंत्री थीं तो उन्होंने रक्षा मंत्रालय खुद अपने पास रखा था। इंदिरा गांधी को छोड़ दें तो निर्मला सीतारमण देश की पहली ऐसी महिला हैं जिन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
5 निखिल दधीचि
बेंगलुरु में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद विवादित टिप्पणी कर चर्चा में आए ट्विटर यूजर निखिल दधीचि को प्रधानमंत्री मोदी फॉलो करते थे। पीएम मोदी का ऐसे इंसान को फॉलो करना जिसे शायद ही कोई जानता हो और वो इंसान किसी पत्रकार की मौत पर विवादास्पद बयान देता हो, यह कुछ पत्रकारों को अनुचित लगा था। बाद में पीएम ने निखिल दधीचि को अनफॉलो कर दिया।
6 विनोद खन्ना
आज बॉलीवुड समेत पूरा देश विनोद खन्ना की उसी बेहतरीन अदाकारी को याद कर रहा है क्योंकि वह अब इस दुनिया में नहीं रहे। पिछले करीब डेढ़ साल से बीमार चल रहे विनोद खन्ना ने सर एच. एन रिलायंस फाउडेशन अस्पताल में अपनी आखिरी सांसें ली। जानकारी के अनुसार विनोद खन्ना काफी वक्त से ब्लैडर कैंसर से पीड़ित थे। हालांकि उनके परिवार ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। हाल ही में सोशल मीडिया में विनोद खन्ना की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वह काफी बीमार नजर आ रहे थे। जिसके बाद उनके परिवार की तरफ से ख़बर आई थी कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है, जिसके कुछ दिनों बाद उनका निधन हो गया।
7 शशि कपूर
हजारों लोगों के दिलों पर राज करने वाले अभिनेता ‘शशि कपूर’ का 4 दिसम्बर 2017 को निधन हो गया। ये खबर सुनने के बाद शशि कपूर के हजारों फैंस का तो दिल टूटा ही, साथ में शशि कपूर के मौत की खबर बॉलीवुड स्टार्स की आंखो में भी आंसू ले आई। बॉलीवुड की शान ‘शशि कपूर’ एक लंबे समय से किडनी की समस्या से जूंझ रहे थे, जिसके बाद उनका डायलिसिस किया जा रहा था। लगातार अपनी बीमारी से लड़ते हुए शशि कपूर ने सोमवार की शाम करीब 5 बजकर 20 मिनट पर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस ली। शशि कपूर 79 साल के थे, जिन्होंने 70 और 80 के दशक में अपनी यादगार रोमांटिक फिल्मों से सभी के दिलों को गुलजार किया था।
8 पहलाज निहलानी
फिल्मों को सेंसर करने के मामले में अपने विवादास्पद फैसलों के लिए सुर्खियां बटोरने वाले सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी को आखिरकार सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के प्रमुख के पद से हटा दिया गया। पहलाज की जगह गीतकार प्रसुन जोशी को सेंसर बोर्ड का मुखिया बनाया गया है। सरकार द्वारा नियुक्त यह निकाय देश में फिल्मों को रिलीज करने से पहले उनकी जांच परख करता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद खुद को ‘संस्कारी’ कहने वाले पहलाज निहलानी सेक्स और क्राइम पर आधारित फिल्म ‘जूली 2’ के डिस्ट्रिब्यूटर बन गए हैं। वहीं एक खबर ये भी है कि हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी एक महिला पत्रकार के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करा सुर्खियों में आ गए थे।
9 अनुपम खेर
बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता अनुपम खेर के मत्थे सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। अनुपम खेर को पुणे स्थित भारतीय टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) का नया चेयरमैन बनाया गया है। वह गजेंद्र चौहान की जगह लेंगे। बता दें गजेंद्र चौहान की नियुक्ति जून 2015 में हुआ था। चौहान का कार्यकाल 3 मार्च 2017 को ही खत्म हो गया था।
एफटीआईआई में नए चेयरमैन चुने जाने के बाद अनुपम खेर को चारों ओर से बधाईयां मिल रही थी। उनकी पत्नी किरण खेर के अलावा निर्माता मधुर भंडारकर ने भी उन्हें चेयरमैन चुने जाने की बधाईयां दी है।
10 श्री श्री रविशंकर
इस साल श्री श्री रविशंकर तब खबरों में छा गए जब उन्होंने अयोध्या मामले को बातचीत से हल करवाने का बीड़ा उठा लिया था। दरअसल अदालत से बाहर आपसी सहमति से अयोध्या में राममंदिर का निर्माण करवाने की मुहिम अब तेज हो गई है। भाजपा के तमाम नेता से लेकर देश के विख्यात साधू-संत भी इस काम में जुट गए हैं। इस मामले में श्री श्री रविशंकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर मुलाकात भी की थी। कहा जाता है कि श्रीश्री ने अयोध्या में राम मंदिर सुलह पर उनसे चर्चा की है। मगर उनकी इस मुहिम से अयोध्या मामले से जुड़े कई लोग सहमत नहीं हैं। इससे पहले राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में पक्षकारों के बीच समझौते की मुहिम चला रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को निशाने पर लिया था। नरेंद्र गिरि ने कहा कि वो संत नहीं हैं, जो उनकी बात को मान ही लिया जाए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनवाना रविशंकर के बस की बात नहीं। इस बात के प्रयास हो रहे हैं कि इस मामले को बातचीत के आधार पर सुलझा लिया जाए, लेकिन अब तक गलत व्यक्तियों से बात हुई है इस कारण समाधान नहीं निकल पा रहा है।
11 दीपक मिश्रा
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने 28 अगस्त 2017 को 45वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में एक सादे समारोह में न्यामूर्ति मिश्रा को शपथ ग्रहण कराई थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य लोग वहां मौजूद थे। बता दें कि हाल ही में सेवानिवृत्त हुए चीफ जस्टिस जेएस खेहर ने दीपक मिश्रा की नाम की सिफारिश की थी। दीपक मिश्रा का चुनाव वरिष्ठता के आधार पर हुआ है। उनका कार्यकाल 2 अक्टूबर 2018 को खत्म हो जाएगा।
12 हरीश साल्वे
इस साल एक ऐसे वरिष्ठ वकील का नाम सामने आया जो किसी वकील के लिए नहीं बल्कि देश के लिए केस लड़ रहे थे। जी हां, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव मामले में भारत की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे पैरवी कर रहे हैं। पिछली पैरवी में हरीश साल्वे ने बहुत बढ़िया बहस की थी जिससे केस में भारत का पक्ष मजबूत हुआ था। इसी के साथ उन्होंने उस पैरवी के लिए अपनी फीस सिर्फ 1 रु रखी थी। हरीश साल्वे के बेहतरीन बहस से भारत ने केस जीता। उनके इस काम के लिए सुषमा स्वराज ने उनका शुक्रिया भी अदा किया। साथ ही पूरे देश को उनपर गर्व भी महसूस हुआ।
13 अचल कुमार ज्योति
इस साल चुनाव आयोग में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। अचल कुमार ज्योति को भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया। इससे पहले नसीम जैदी मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर थे। 5 जुलाई 2017 को जैदी पदमुक्त हुए जिसके बाद अचल कुमार ज्योति को पदभार सौंपा गया। वो भारत के 21वें सीईसी हैं। इससे पहले 19 अप्रैल, 2015 को नसीम जैदी की भारत के 20वें मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति हुई थी। 23 जनवरी, 1953 को जन्मे भारती प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1975 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी ज्योति का कार्यकाल मात्र छह महीनों का होगा और वो जनवरी 2018 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। अचल कुमार ज्योति नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात के चीफ सेक्रेटरी रह चुके हैं। साल 2013 में इस पद से सेवामुक्त होने के बाद, उन्हें राज्य का सतर्कता आयुक्त नियुक्त किया गया। 7 मई, 2015 को चुनाव आयुक्त के रूप में उनकी नियुक्ति हुई।
14 गुरमीत राम रहीम
रामपाल और आशाराम के बाद 2017 में एक और संत अपने दुष्कर्मों के कारण कानून के शिकंजों में फंस गया। जी हां, धार्मिक समूह डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर आश्रम में रहने वाली साध्वी के रेप का आरोप लगा। मामले की सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई और आरोप सही पाए गए। इस तरह सीबीआई की विशेष अदालत ने बाबा को 20 साल की सजा सुनाते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इस बाबत पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में डेरा समर्थकों ने काफी बवाल मचाया। करोड़ों के सरकारी संपत्तियों को जला दिया गया। पुलिस मुस्तैदी से अपना काम कर रही थी लेकिन उसके बावजूद समर्थकों पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन आखिरी में कुछ दिनों के बाद मामला शांत हुआ और बाबा अब जेल में अपना सजा कांट रहे हैं। इस घटना में गुरमीत की बेटी हनीप्रीत का नाम भी काफी उछला था। बताया जा रहा था कि दोनों के बीच अवैध संबंध हैं। कई दिनों तक पुलिस भी हनीप्रीत को तलाशती रही क्योंकि उसके ऊपर दंगा भड़काने का आरोप था। बाद में हनीप्रीत को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
-देव कुमार गुप्ता