देश में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त का पद काफी दिनों से खाली था। पिछले साल केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के वी चौधरी के सेवा निवृत होते ही नए आयुक्त के लिए सरगर्मियां तेज हो गयी थीं। आखिरकार देश को नया केंद्रीय सतर्कता आयुक्त मिला हरियाणा कैडर के आइएएस रहे संजय कोठारी के रुप में। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव संजय कोठारी ने शनिवार को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (CVC) पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में कोविंद ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद थे। कोठारी ने सर्टिफिकेट पर गजेटेड अफसर के बजाय खुद से सत्यापन करने की शुरुआत की थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरियाणा कैडर के #संजय_कोठारी को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त #CVC पद की शपथ दिलाई।
शपथ दिलाने के दौरान #कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए #सोशल_डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया।
कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कुछ अन्य लोग शामिल रहे। pic.twitter.com/ZkoXlUVnh7
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) April 25, 2020
सीवीसी का पद पिछले साल जून में केवी चौधरी के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली हुआ था। 63 साल के कोठारी का कार्यकाल अगले साल जून तक रहेगा। कोठारी 1978 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अफसर थे। 2016 में वे डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग के सचिव पद से रिटायर हुए थे। जुलाई 2017 में उन्हें राष्ट्रपति का सचिव बनाया गया था।
Watch LIVE as President Kovind administers Oath of Office to CVC-designate Shri Sanjay Kothari at Rashtrapati Bhavan https://t.co/Cr0g9HGmDh
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 25, 2020
समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया था। दरबार हॉल में एक निश्चित दूरी पर कुर्सियां लगी थीं। आगे की कतार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित थे। वहीं, शपथ समारोह में मौजूद सभी लोग मास्क लगाए दिखे।
फोटो में : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सविता कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू।
कोठारी के नाम की सिफारिश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय चयन समिति ने पिछले फरवरी में की थी। उस वक्त कांग्रेस ने कोठारी के नियुक्ति का विरोध किया था। कांग्रेस का कहना था कि सरकार ने सीवीसी की नियुक्ति में जो प्रक्रिया अपनाई वह अवैध, गैरकानूनी और असंवैधानिक हैं। सरकार को इस फौरन रद्द कर देना चाहिए।