अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज हिन्दू युवा क्रान्तिकारी संघ के आमंत्रण पर प्रयाग पहुंचे। यहां उन्होंने संवाददाताओं के जरिए केन्द्र सरकार से मांग की है कि देश में विस्फोटक हो रही जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए चीन जैसे कानून बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में जिस तरह से षड्यंत्र के तहत इस्लामिक जेहादियों की संख्या बढती जा रही है, वह विनाश की काली आंधी आने की सूचक है। यदि देश में हिन्दू जनसंख्या का अनुपात इसी रफ्तार से घटता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब यह देश भी अफगानिस्तान, सीरिया, मिश्र, पाकिस्तान और इराक की तरह पूरी मानवता का नासूर बन जायेगा।उन्होंने कहा कि बढती हुई आबादी देश के सारे संसाधनों को लील रही है। यदि सरकार ने बढ़ती हुई आबादी पर चीन जैसा नियंत्रण नहीं लगाया तो वह दिन दूर नहीं सब सारा विकास अर्थहीन हो जायेगा और देश में गृहयुद्ध की स्थिति उत्पन्न हो जायेंगे।
सरस्वती महराज ने कहा कि हिन्दुओं पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तो हिन्दुओं ने देश के विकास के नाम पर अपनी जनसंख्या सीमित कर ली है और दूसरी ओर मुस्लिमों की जनसंख्या बढ़ रही है जो देश को हिन्दुओं से छीन लेना चाहते हैं। इस पर यदि सरकार कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बनाती तो आने वाले समय में हिन्दुओं का विनाश तय है।
भारत धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है। उन्होंने कहा कि यदि यहां हिन्दू बाहुल्य में नहीं रहा तो न यह देश रहेगा, न लोकतंत्र और न ही धर्मनिरपेक्ष। विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के पास यह धरती का अंतिम टुकड़ा है जिसके छिनने के बाद सनातन धर्म और संस्कृति का सूर्य हमेशा के लिए अस्त हो जायेगा।
वहीं हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य ने कहा कि आज चारों-ओर हिन्दुओं की दुर्गति है, और इसके जिम्मेदार हम खुद हैं। जाति और दलगति राजनीति में बंटकर हिन्दू अपना अस्तित्व खोता जा रहा है।