देश आज अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। ऐसे में देश के सभी सरकारी विभागों, कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों आदि में तिरंगा फहराया जाता है। तिरंगा कौन फहराएगा इसके लिए सभी कार्यालयों के प्रशासन फैसला करती है। लेकिन इस बार केरल में पिनरई विजयन सरकार ने एक अजीबोगरीब निर्देश जारी किया था। राज्य सरकार की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार, सरकारी विभागों, शिक्षण संस्थानों, स्वास्थ्य संस्थाओं समेत अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों के प्रमुख ही गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा फहरा सकेंगे। लेकिन इस निर्देश को नजरअंदाज करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक स्कूल में तिरंगा फहराया और भाषण भी दिया।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने केरल के पलक्कड़ जिले में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा फहराया। मोहन भागवत ने पलक्कड़ के कर्नाकिअम्मन हायर सेंकेडरी स्कूल में पिछले साल की तरह ही जिला प्रशासन की रोक के बावजूद तिरंगा झंडा फहराया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारी संस्‍कृति के हिसाब से बना है। उन्‍होंने आगे कहा कि हमें जीवन में धर्म का पालन करना चाहिए। इस मामले में संघ के प्रदेश समन्वयक केके बलराम ने कहा, “यह कोई सरकारी स्कूल नहीं है या सरकार से इसे कोई अनुदान नहीं मिलता। स्कूल प्रबंधन को फैसला लेने का अधिकार है कि कौन झंडा फहराएगा। स्कूल चूंकि प्राइवेट है, इसलिए सरकार का सर्कुलर इसके लिए बाध्यकारी नहीं है।”

बता दें कि पिछले साल 15 अगस्त को भी भागवत ने एक स्कूल में तिरंगा फहराया था जिसके बाद काफी बवाल हो गया था। वहीं भारत के 69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। शहर के मदीना सर्कल पर पहुंचे ओवैसी ने झंडा फहराया और लोगों को गणतंत्र दिवस की मुबारकबाद दी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here