विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर रविवार को राजधानी के रामलीला मैदान में ‘धर्म-संसद’ नाम से जनसभा का आयोजन करेगी। वीएचपी के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने यहां कहा, “धर्म संसद का लक्ष्य राम मंदिर निर्माण के लिए सभी राजनीतिक दलों पर दबाव डालना है ताकि संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक पारित करवाया जा सके।”

वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, “यह बहुत बड़ी जनसभा होगी। यह जनसभा भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक न लाने के पक्षधरों का हृदय परिवर्तित कर देगी। राजधानी में वीएचपी का यह शक्ति प्रदर्शन संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले हो रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के अंतिम पूर्ण सत्र के रूप में देखा जा रहा है।

संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू होगा और इसी दिन दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई भी  शुरू होगी।

दिल्ली पुलिस ने वीएचपी की विशाल जनसभा को देखते हुए रामलीला मैदान में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये हैं। दिल्ली पुलिस ने धर्म संसद के मद्देनजर यातायात की कुछ पाबंदिया लगायी है और नागरिकों के लिए परामर्श भी जारी किये हैं।  पुलिस सूत्रों का कहा, “परिस्थिति को देखते हुए यातायात के मार्गों में परिवर्तन किया जा सकता है। इसके मद्देनजर आम नागरिकों से अपील की जाती है कि कुछ निश्चित मार्गों का प्रयोग करने से बचें।”

वीएचपी ने हाल ही में 06 दिसंबर को बाबरी मस्जिद ढांचे को ढहाने की याद में ‘शौर्य दिवस’ भी मनाया था।

वीएचपी ने धर्म संसद को सफल बनाने के लिए राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घर-घर जाकर इसका प्रचार कर रही है और साथ ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर ठोस कदम उठाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव भी बना रही है। धर्म संसद जनसभा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता सुरेश जोशी द्वारा संबोधित किये जाने की संभावना है। वीएचपी जनसभा से पहले राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में एक सप्ताह तक यात्राएं निकाल चुकी है।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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