सुकमा हमला के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सली समस्या से निपटने के लिए रास्ता निकाला है। राजनाथ सिंह ने नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। यह बैठक नक्सली समस्या से निपटने की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई थी। इस दौरान राजनाथ ने बताया कि देश में नक्सल समस्या के कारण 20 साल में 12 हजार से ज्यादा जानें गई हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि सुकमा हमले के बाद केंद्र सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव किये हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि पूरी ताकत और नई रणनीति के साथ हम नक्सलियों का कामयाबी से सामना करेंगे। नक्सल समस्या का फौरन हल नहीं निकला जा सकता। इसका कोई शॉर्टकट भी नहीं है। इसे शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म तरीकों से सुलझाया जा सकता है।’

राजनाथ सिंह ने बैठक में नक्सल प्रभावित राज्यों को आठ सूत्रीय ‘SAMADHAN’ सुझाए। उन्होंने कहा कि समाधान सिद्धांत के तहत कुशल नेतृत्व, आक्रामक रणनीति, प्रोत्साहन एवं प्रशिक्षण, कारगर खुफियातंत्र, कार्ययोजना के मानक, कारगर प्रोद्यौगिकी, प्रत्येक रणनीति की कार्ययोजना और नक्सलियों के वित्तपोषण को असफल करना यही वो आठ सूत्र हैं।

उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि विकास को रोकने और बंदूक की नोक पर लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘नक्सल समस्या से निपटने की नीति से रणनीति और सुरक्षा बलों की तैनाती से लेकर सड़क निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों को पूरा करने तक आक्रामक होने की जरूरत है।’

उन्होंने इस बैठक में मौजूदा रणनीति के तहत नक्सल विरोधी अभियानों में नक्सली ठिकानों का पता लगाने में मानवरहित विमानों यूएवी के इस्तेमाल को बढ़ाने की भी बात कही।

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