देश में अभी भी कई प्रकार के अंधविश्वास देखने को मिल जाएंगे। लेकिन ताज्जुब तब होता है जब पढ़े-लिखे और जनता द्वारा निर्वाचित विधायकगण इस तरह की अंधविश्वासी बात करने लगें। दरअसल, राजस्थान के विधायकों की मांग है कि राजस्थान विधानसभा में पूजा-पाठ कराया जाए क्योंकि वहां भूतों और आत्माओं का साया है। पिछले छह महीने में दो विधायकों के निधन के बाद राजस्थान के विधायक यह मानने लगे हैं कि विधानसभा भवन में ‘बुरी आत्माओं का साया’ है और उन्होंने शुद्धि के लिए इमारत में हवन कराने की हिमायत की है। भूत-प्रेत के पीछे यह भी तर्क दिया जा रहा है कि शायद यही वजह है कि सदन में कभी भी दो सौ सदस्य एक साथ नहीं बैठ सके।

नागौर से भाजपा विधायक हबीबुर रहमान ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि विधानसभा भवन में शुद्धि के लिये हवन कराया जाये। उन्होंने कहा कि विधानसभा भवन जिस भूमि पर बना है वहां पहले श्मशान और कब्रिस्तान हुआ करते थे और ‘बुरी आत्माओं के प्रभाव’ से ऐसा हो रहा होगा। सरकार के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी सदस्यों के निधन से सदन के सदस्यों के असहज होने की बात स्वीकारी है। गौरतलब है कि नाथद्वारा के विधायक कल्याण सिंह का बुधवार को निधन हो गया था, जबकि मंडलगढ़ से कीर्ति कुमारी का पिछले साल स्वाइन फ्लू के कारण निधन हो गया था।

सदन में मसला उठने पर भूत-प्रेत पर विधायकों में भी दो फाड़ दिखा। कुछ विधायकों का कहना है कि भाजपा अंधविश्वास फैला रही है। बता दें कि इसे संयोग ही माना जाएगा कि जब से राजस्थान विधानसभा ज्योति नगर की इस बिल्डिंग में शुरू हुई तब से शायद ही कभी एक दिन विधानसभा में सभी दो सौ सदस्य एक साथ बैठे हों। साल 2001 से लेकर अब तक की किसी भी बैठक में सदन की पूरी संख्या नहीं हुई। लेकिन विधायकगणों ने इस संयोग को अंधविश्वास बना डाला और विधानसभा को हांटेड हाउस कह डाला।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here