Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी रविवार को पार्टी के महाधिवेशन में रायपुर में बोल रहे थे। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा “मैं 1977 में 6 साल का था। मुझे चुनाव के बारे में पता नहीं था। मैंने मां से पूछा कि क्या हुआ? मां ने कहा कि हम घर छोड़ रहे। तब तक मुझे लगता था कि वह हमारा घर है…मैं इस बात पर हैरान था। 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है लेकिन जब कश्मीर पहुंचे तो घर जैसा महसूस हुआ। यात्रा सभी जातियों और आयु वर्ग के लोगों को घर जैसा महसूस कराने के लिए थी। यात्रा के दौरान लोग मुझसे राजनीतिक बातें नहीं कर रहे थे लेकिन जब मैं कश्मीर पहुंचा तो सब कुछ बदल गया। वहीं, राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Rahul Gandhi को अपनी जिम्मेदारियों का 52 साल बाद हुआ एहसास- बीजेपी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान के बाद बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा “52 साल बाद राहुल गांधी को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हुआ।” पात्रा ने कांग्रेस के महाधिवेशन और कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर कहा “हालांकि खड़गे अध्यक्ष हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि पूरे पूर्ण सत्र की अध्यक्षता गांधी परिवार कर रहा है। भारत एक उज्ज्वल स्थान है और राहुल गांधी को देश की चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्हें पहले देश के बारे में सीखना चाहिए।”
राहुल गांधी ने माना कि जम्मू-कश्मीर में लहरा रहा है तिरंगा- संबित पात्रा
संबित पात्रा ने कहा “राहुल गांधी ने ये माना कि जम्मू-कश्मीर में चारों तरफ तिरंगा लहरा रहा है और मोदी सरकार की उपलब्धि को माना है। राहुल ने कहा कि आतंक प्रभावित पुलवामा और अनंतनाग में उन्होंने तिरंगा देखा। सवाल उठता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद आया क्यों? राहुल गांधी ने कहीं न कहीं मोदी सरकार को धन्यवाद ही दिया है।”
राहुल की जम्मू-कश्मीर यात्रा वाले बयान पर संबित पात्रा ने कहा “राहुल गांधी और गांधी परिवार किसी जिम्मेदारी के बिना सत्ता चाहता है। यही उनकी भूमिका है और रही है। राहुल जी, आपने 52 साल लगा दिए देश को जानने के लिए यात्रा करने में। हमारे यहां तो अटल जी और मोदी जी ने प्रचारक के रूप में पूरे देश का भ्रमण किया और फिर प्रधानमंत्री बने।”
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