युग कोई भी हो लेकिन जब भी धर्म की बात आती है, तो मानवता को ही सर्वश्रेष्ठ धर्म माना गया है। लेकिन आज इस कलयुग में कुछ अधर्मी ऐसे पैदा हो गए हैं जो झूठे धर्म का डंका बजाकर कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे ही लोगों को पीएम मोदी ने कड़ा संदेश दिया है।  दिल्ली में विज्ञान भवन में इस्लामिक हेरीटेज के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा वसुधैव ही भारत का दर्शन है, उनकी सरकार शुरू से ही इस बात पर बल देती रही है कि भारतीय समाज का हर तबका एक साथ मिलकर आगे बढ़े। वो चाहते हैं कि अल्पसंख्यक समाज के युवाओं के एक हाथ में कुरान हो तो दूसरे हाथ में कंप्यूटर हो।

पीएम मोदी ने कहा कि जॉर्डन नरेश की इस्लाम की पहचान बनाने में अहम भूमिका है। जॉर्डन का नाम संतों और पैंगबरों की आवाज बनकर दुनिया भर में गूंजा है। पीएम ने कहा कि दिल्ली मान्यताओं के मुताबिक इंद्रप्रस्थ है। उन्होंने कहा कि हमारी विविधताओं पर हमें गर्व है। हम हिंसा और आतंकवाद से मुकाबला करने में सक्षम हैं। पीएम ने कहा कि केवल मजहबों के पैगाम से ही आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता है। पीएम ने यह भी कहा कि भारत में सभी को एक साथ लेकर चलने की परंपरा रही है। मोदी ने कहा, ‘ मज़हब का मर्म अमानवीय हो ही नहीं सकता। हर पन्थ, हर संप्रदाय, हर परंपरा मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए ही है।’ उन्होंने कहा कि इसलिए, आज सबसे ज्यादा ज़रूरत इस बत की है कि हमारे युवा एक तरफ इस्लाम के मानवीय पक्ष से जुड़े हों और दूसरी तरफ आधुनिक विज्ञान और तरक्की के साधनों का इस्तेमाल भी कर सकें।

इस कार्यक्रम में जॉर्डन के किंग अब्दुल द्वितीय बिन-अल-हुसैन के साथ कई मुस्लिम धर्म गुरु भी मौजूद हैं। वहीं जॉर्डन के किंग ने अपने संबोधन में कहा कि वह रोजाना अपने परिवार को इस्लाम की विरासत के बारे में बताते हैं।

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