देश के सबसे बड़े लोकसभा और विधानसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में साल 2021 में विधानसभा चुनाव होने वाला है। चुनाव से पहले प्रदेश में कयास की बयार बह रही है। बयार कह रही है कि सीएम योगी आदित्यनाथ को पार्टी पीछे का रास्ता दिखा सकती है। मतलब साफ है योगी आदित्यनाथ का पत्ता साफ है।
बहती इस बयार पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रोक लगा दी है। उन्होंने हवा का रुख मोड़ दिया है। दरअसल राजनाथ सिंह ने एक अधिकारिक न्यूज चैनल से बात करते वक्त कहा कि योगी आदित्यनाथ ही बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
राजनाथ सिंह ने सीएम योगी के नाम कसीदे पढ़ते हुए कहा कि कोरोना काल में सीएम ने दिन-रात कड़ी मेहनत की। खुद कोरोना संक्रमित होने के बावजूद योगी आइसोलेशन में रहकर लगातार ऑनलाइन काम करते रहे। उनके कामकाज पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता है। 2022 चुनाव में वे ही बीजेपी की तरफ से सीएम पद का चेहरा होंगे।
गौरतलब है कि पार्टी और योगी आदित्यनाथ के बीच तनाव चल रहा है। खबर यह भी है कि पार्टी योगी के काम से नाखुश है। लेकिन अब मुद्दा साफ है, योगी ही बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
बता दें कि डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने एक दिन पहले बयान दिया था कि उनके पास इस बात का जवाब नहीं है कि आगामी चुनाव में यूपी में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। मौर्या ने कहा कि बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है। एसपी, बीएसपी और कांग्रेस की तरह कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है। संसदीय बोर्ड तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा और किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा।
पिछले दिनों केंद्रीय नेतृत्व से नाराजगी की खबरों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जाने लगीं कि जल्द ही यूपी कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है।
कयास यह भी है कि पार्टी योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व से डरी हुई है। उन्हें डर है कि योगी पार्टी पर अपना कब्जा न बना लें क्योंकि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने अपने दम पर हिंदू छवी बनाई है। योगी की छवी इनती गहरी है कि पार्टी हर राज्य के चुनाव में इन्हें पेश करती है।