राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ आज बजट सत्र का आगाज हुआ। राष्ट्रपति ने अभिभाषण के जरिए केंद्र सरकार के 5 साल का रिपोर्ट कार्ड देश के सामने रखा। अभिभाषण में राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना और उनके लाभ के बारे में देश को बताया।
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— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) January 31, 2019
उन्होंने बताया कि किस तरह पिछले साढ़े चार साल में सरकार की योजनाओं ने आम आदमी के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण की शुरुआत महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए की। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार के प्रयासों में शोषण की राजनीति के विरुद्ध राममनोहर लोहिया की नीतियों की समानता पर आधारित स्पष्ट दिखाई देती थी।
उन्होंने कहा कि 2014 के आम चुनाव से पहले देश एक अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा था, चुनाव के बाद मेरी सरकार ने एक नया भारत बनाने के संकल्प लिया। एक ऐसा नया भारत जहां व्यवस्थाओं में अधूरापन ना हो। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सरकार का ध्येय था कि सभी देशवासियों का जीवन सुधरे।
मेरी सरकार के लक्ष्य देश के गरीबों ने तय किए हैं, इसी सोच ने मेरी सरकार को आगे बढ़ाया। दीनदयाल उपाध्याय के अंतोदय का लक्ष्य यही था। मेरी सरकार ने देश में नई ऊर्जा का संचार किया है, सरकार ने देशवासियों का विश्वास जीता है। राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार का लक्ष्य आम नागरिकों की बुनियादी जरूरतें पूरी करने की बात कही। प्रभु बसन्ना की नीति पर हमारी सरकार आगे बढ़ी है।
9 करोड़ से ज्यादा शौचालय का निर्माण हुआ है, 2014 में 40 फीसदी से कम शौचालय थे लेकिन अब 98 फीसदी शौचालय हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस साल 2 अक्टूबर तक देश को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया है। उज्जवला योजना के तहत 6 करोड़ से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए, 2014 तक सिर्फ 12 करोड़ कनेक्शन थे। साढ़े चार साल में कुल 13 करोड़ कनेक्शन दिए।
#BudgetSession:‘प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ के तहत देश भर में अब तक 600 से ज्यादा जिलों में 4,900 जन औषधि केन्द्र खोले जा चुके हैं। इन केन्द्रों में 700 से ज्यादा दवाइयां बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही हैं: राष्ट्रपति कोविंद#InterimBudget @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/bPJfVIeVz5
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उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ के तहत देश भर में अब तक 600 से ज्यादा जिलों में 4,900 जन औषधि केन्द्र खोले जा चुके हैं। इन केन्द्रों में 700 से ज्यादा दवाइयां बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।
सरकार के द्वारा 1 रुपये महीने प्रीमियम पर बीमा दिया जा रहा है, घुटनों के इलाज के खर्च को सस्ता किया गया है. टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष लॉन्च किया है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि चाहे शहर हो या गांव मेरी सरकार में स्वास्थ्य से जुड़े इंफ्रास्ट्रकचर को आगे बढ़ाया जा रहा है।
तमिलनाडु के मदुरै से लेकर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा तक और गुजरात के राजकोट से लेकर असम के कामरूप तक, नए ‘एम्स’ बनाए जा रहे हैं। गांवों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए बीते चार वर्षों में मेडिकल की पढ़ाई में 31 हजार नई सीटें जोड़ी गई हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत शहर-गांव में घर बनाए जा रहे हैं. साढ़े चार साल में 1 करोड़ 30 लाख से अधिक घर बनाए। पिछली सरकार में सिर्फ 25 लाख घर बने थे। शहरों में भी RERA कानून से घरों का निर्माण समय से पूरा हो रहा है। वर्ष 2014 में 18 हजार से अधिक गांव ऐसे थे, जहां बिजली नहीं पहुंची थी। आज देश के हर गांव तक बिजली पहुंच गई है।
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में आयुष्मान भारत योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है। इसके तहत हर परिवार के प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के इलाज की व्यवस्था की गई है। 4 महीने में 10 लाख से अधिक लोग अपना इलाज करवा चुके हैं।