Prashant Kishor बोले- Congress 10 साल में 90 प्रतिशत चुनाव हारी, विपक्षी नेतृत्व लोकतांत्रिक तरीके से हो तय

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ममता बनर्जी ने यूपीए को खारिज कर दिया है।

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का कहना है कि कांग्रेस (Congress) का नेतृत्व करना किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले 10 सालों में 90 प्रतिशत चुनाव हारी है। ऐसे में विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा इसका फैसला लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए।

प्रशांत किशोर का तंज

प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस जिस विचार और स्पेस का प्रतिनिधित्व करती है वह विपक्ष के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर तब, जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90% से अधिक चुनाव हार गई हो। विपक्ष के नेतृत्व का फैसला लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए।’

कांग्रेस नेताओं ने ममता पर साधा निशाना

इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ कोई भी गठबंधन कांग्रेस के बिना नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सत्ताधारी पार्टी (भाजपा) के खिलाफ है। जो लोग हमारे साथ आना चाहते हैं, उन्हें हमारे साथ आना चाहिए और जो हमसे जुड़ना नहीं चाहते हैं वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं … क्या बीजेपी के खिलाफ कोई राजनीतिक गठबंधन कांग्रेस की भागीदारी के बिना हो सकता है?

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने टीएमसी को विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों में शामिल करने की कोशिश की है । विपक्ष को विभाजित नहीं होना चाहिए और आपस में नहीं लड़ना चाहिए, हमें भाजपा के खिलाफ एक साथ लड़ना होगा।

मालूम हो कि बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। जिसके बाद ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए यूपीए गठबंधन की अटकलों को खारिज कर दिया था।

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