पीएम मोदी ने एक बार फिर देशवासियों से मन की बात कही। उन्होंने इस बार विज्ञान, किसान और नारी सशक्तिकरण का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘इस देश ने विज्ञान के क्षेत्र में कई महान वैज्ञानिकों को जन्म दिया है। एक तरफ महान गणितज्ञ बोधायन, भास्कर, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट की परंपरा रही है, वहीं चिकित्सा के क्षेत्र में सुश्रुत और चरक हमारे गौरव हैं। सर जगदीश चंद्र बोस और हरगोविंद खुराना से लेकर सत्येंद्र नाथ बोस जैसे वैज्ञानिक भारत के गौरव हैं।’ देश के महिलाओं के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि ‘ महिलाओं ने अपने आत्मबल से खुद को आत्मनिर्भर बनाया। पहले पुरुषों की पहचान नारियों से होती थी। नारी का समग्र विकास, सशक्त नारी ही न्यू इंडिया है। आर्थिक समाजिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी हम सबकी जिम्मेदारी। 15 लाख महिलाओं ने एक महीने का स्वचछ्ता अभियान चलाया।’
पीएम मोदी ने देश के वैज्ञानिकों को याद करते हुए कई बातें कहीं। उन्होंने विज्ञान दिवस, महिला दिवस और होली को लेकर कई अनुभव साझा किए। महान भौतिक शास्त्री और भारत रत्न सर सी.वी. रमन को याद करते हुए पीएम मोदी ने मन के बात की शुरूआत की। पीएम मोदी ने मन की बात में भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन और जगदीशचंद्र बोस की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा, ‘मुझे विज्ञान को लेकर कई साथियों ने प्रश्न पूछे हैं। कभी हमने सोचा है कि पानी रंगीन क्यों हो जाता है? इसी प्रश्न ने भारत के एक महान वैज्ञानिक को जन्म दिया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ऐलिफेंटा द्वीप के 3 गांवों में आजादी के 70 साल बाद बिजली पहुंची है। पीएम मोदी ने इस दौरान देशवासियों को होली की शुभकामनाएं भी दीं।
After spending 7 decades in darkness, 3 villages of Elephanta island received electricity recently. #MannKiBaat pic.twitter.com/L3BG6KYz9L
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किसानों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गोबर धन योजना’ के तहत ग्रामीण भारत में किसानों, बहनों, भाइयों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वो गोबर और कचरे को सिर्फ वेस्ट के रूप में नहीं बल्कि आय के स्रोत के रूप में देखें।
Moving from Women Development to Women Led Development.#MannKiBaat pic.twitter.com/eA4ROFOA86
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पीएम ने सुरक्षा को लेकर भी लोगों के सामने कई पहलू रखे। सेफ्टी के लिए पीएम ने कहा लोगों को खुद अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अपनी सुरक्षा ही समाज की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ज्यादातर जिंदगी को खतरे में डालने के लिए लोग खुद जिम्मेदार होते हैं। आपदा प्रबंधन पर काम करने वाले एनडीएमए के लिए पीएम ने कहा कि वह आपदा से लड़ने के लिए तैयार रहता है। एनडीएमए लोगों को आपदा से लड़ने के लिए ट्रेनिंग दे रहा है।
'Waste to Wealth' & 'Waste to Energy'. #MannKiBaat pic.twitter.com/d0y4QCKDuE
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