राहुल गांधी सहित पूरे विपक्ष ने सोचा होगा कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर और सदन में किसानों और राफेल का मुद्दा उठाकर वो पीएम मोदी सहित पूरे भाजपा को घेरने में कामयाब होंगे लेकिन जब पीएम मोदी ने एक-एक करके विपक्ष के हर सवाल का करारा जवाब देना शुरू किया तो फिर पूरा विपक्ष बेकफुट पर आता हुआ नजर आया। यहां तक की राहुल गांधी का गले मिलने वाला गांधीगिरी भी पीएम मोदी ने मजाक का परिचय बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लोकसभा में विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जनता से कट गई है और जो दल कांग्रेस के साथ हैं वे भी डूबने वाले हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र में 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है, लेकिन विपक्ष में शामिल दल सरकार के खिलाफ बहुमत जुटाने में विफल होने को लेकर आश्वस्त होने के बावजूद सरकार गिराने की कोशिश में जुटे हैं। मोदी ने शायरी के जरिए विपक्ष पर निशाना साधा और कहा- “मांझी ना रहबर ना कह में हवाएं .. है कश्ती भर जर्जर ये कैसा है सफर।” पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि मैंने विपक्ष के सदस्यों के बीच जो देखा वह बेहद अहंकार था। उन्हें एकमात्र बात कहनी है- मोदी को हटा दें। पीएम मोदी ने कहा देश ने विपक्ष की नकारात्मकता देखी लेकिन नकारात्मक राजनीति ने कुछ लोगों को घेर कर रखा है। पीएम मोदी ने कहा, ये मेरी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है बल्कि ये कांग्रेस का अपने तथाकथित साथियों का फ्लोर टेस्ट है। इसके बाद उन्होंने कहा, मेरी कांग्रेस के साथियों को सलाह है जब भी अपने संभावित साथियों की परीक्षा लेनी है तो लिजिए लेकिन अविश्वास प्रस्ताव का बहाना मत बनाइए।

पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां पूछा गया कि अपनी आंख में मेरी आंख भी नहीं डाल सकते। मैं मानता भी हूं कि मैं उनकी आंखों में आंखें नहीं डाल सकता। आप नामदार है और हम कामदार हैं। उनके आंख में आंख डालने की कोशिश हम नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस सदन के माध्यम से देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राफेल समझौता दो देशों के बीच हुआ है। दो सरकारों के बीच हुआ है। किसी व्यापारिक संगठन के साथ नहीं हुआ है। ये समझौता पूरे पारदर्शिता के साथ हुआ है।

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