प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपातकाल के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों के जज्बे को सलाम करते हुए इसे काला अध्याय बताया है। पीएम मोदी ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि मैं उन सभी महान महिलाओं और पुरुषों के साहस को सलाम करता हूं, जिन्होंने 43 साल पहले लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध किया था। उनके संघर्षों ने तानाशाही के बावजूद लोगों की शक्ति को बरकरार रखा।

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प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा ”आइए हम अपने लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करते रहें। लेखन, बहस, विचार-विमर्श, प्रश्न हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं, जिन पर हमें गर्व है। कोई भी बल हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कभी कमजोर नहीं कर सकता।

पीएम मोदी ने कहा कि जब-जब कांग्रेस पार्टी को और खासकर एक परिवार को अपनी कुर्सी जाने का संकट महसूस हुआ है तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया है कि देश संकट से गुज़र रहा है, देश में भय का माहौल है और देश तबाह हो जाने वाला है और इसे सिर्फ हम ही बचा सकते हैं।

गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लगा दिया था जो 21 महीनों तक चला। 25 और 26 जून की दरमियानी रात से आपातकाल प्रभावी हुआ था।

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