पटना विश्वविद्यालय में हुए छात्रसंघ के चुनाव में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का जादू देखने को मिला। पांच सीटों पर हुए चुनाव में जेडीयू ने अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष की सीट पर जीत दर्ज की हैं।

जबकि एबीवीपी ने तीन सीटों पर कब्जा जमाया। एबीवीपी के खाते में महासचिव, संयुक्त सचिव और उपाध्यक्ष पद आया है। जेडीयू के मोहित प्रकाश ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के अभिनव को 1200 से अधिक मतों से मात दी है।

कोषाध्यक्ष के रूप में छात्र जेडीयू के कुमार सत्यम चुने गए हैं। एबीवीपी की अंजना सिंह उपाध्यक्ष चुनीं गई हैं। उन्होंने छात्र जदयू के आशीष पुष्कर को 400 वोटों से हराया है।

वहीं मणिकांत मणि ने 300 मतों के अंतर से महासचिव के पद पर जीत दर्ज की है। संयुक्त सचिव के रूप में एबीवीपी के राजा रवि ने जीत हासिल की है।

छात्रसंघ चुनाव से पहले सोमवार को पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति से मिलने पहुंचे जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की गाड़ी पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने हमला बोला था।

प्रशांत किशोर पर आरोप लगाया है कि वो पटना यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित करवाना चाहते है इसलिए यहां आए है। जिसके बाद वहां का माहौल काफी गरम हो गया था।

जिसके बाद कुछ छात्रों ने वीसी के आवास का घेराव कर लिया था। जब प्रशांत किशोर उनके घर से निकले तो एबीवीपी के कुछ छात्रों ने उनकी कार पर पत्थर फेंके। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

जिसके बाद जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने प्रशांत किशोर का बचाव करते हुए कहा कि वे छात्र संघ चुनाव से जुड़े मामले को लेकर नहीं, बल्कि कुलपति से अनुमति लेकर उस यूनिवर्सिटी में प्रस्तावित भूकंप प्रबंधन केंद्र को लेकर बातचीत करने गए थे।

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