सुशासन बाबू के नाम से मशहूर नीतीश कुमार का बिहार इन दिनों अशांत दिख रहा है। सूबे की राजधानी में दिनदहाड़े एक अधिकारी की हत्या से कानून-व्यवस्था कठघरे में है।  कल वैशाली जिले के जंदाहा में रालोसपा के नेता मनीष साहनी की हत्या के बाद आज पटना में एक सरकारी अधिकारी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई है।

बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने मंगलवार सुबह अधिकारी के घर में घुसकर पहले लूटपाट की विरोध करने पर गोली मार दी है। अपराधियों ने राजीव कुमार को गोली मारी जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कुछ देर बाद उसका निधन हो गया। मारे गए अधिकारी योजना विभाग में अंडर सेक्रेटरी हैं।

इस घटना के बाद फिर से सवाल उठने लगे हैं कि क्या राजधानी की कानून व्यवस्था राभ भरोसे है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह आपसी रंजिश का मामला तो नहीं है। मामले की जांच एसपी सिटी के हाथ हैं।

वहीं राजीव कुमार की हत्या के बाद  सचिवालय संघ ने सरकार से कर्मियों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है और कहा है कि इस मामले पर संघ बैठक करेगा और उसके बाद फैसला लेगा। इसके बाद संघ के सदस्य सीएम और गृह सचिव से मुलाकात करेंगे।

योजना विभाग के अंडर सेक्रेट्री की हत्या को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लिया है। सीएम आवास से दो अधिकारी निजी अस्पताल पहुंचे जहां अंडर सेक्रेट्री राजीव कुमार की मौत हुई थी। दोनों अधिकारी सचिवालय कर्मी की मौत की जांच करेंगे। एक तो पहले से ही सरकार कई मामलों को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं। वहीं बैठे बिठाए एक और मुद्दा विपक्ष को मिल गया है।

ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

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