मिशन 2019 नजदीक है इसलिए राम नाम की गूंज एक बार फिर राजनीति फिजा में गूंजने लगी है। मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। जी हां, बीजेपी के कई नेता मंदिर बनाने की बात कह रहे हैं अब खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा। मंदिर को लेकर किताब भी लांच की जा रही है। जिस मंदिर को लेकर करोड़ों लोगों की आस्था है, उस आस्था की फसल बीजेपी एक बार फिर काटने की तैयारी है। चुनाव के वक्त राम याद आते हैं और फिर मंदिर मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। सालों से बीजेपी राम के नाम पर वोट बटोरती आई है। फिर चुनावी महाभारत शुरू होने जा रही है। फिर से मंदिर मुद्दे को गर्माया जा रहा है। अब तो संघ ने भी मंदिर को लेकर अपना मत साफ कर दिया है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कह रहे हैं कि राम मंदिर बनने से हिंदु मुस्लिमों के बीच तनाव कम हो जाएगा। भागवत ने कहा कि ये देश की संस्कृति और एकजुटता को मजबूत” करने का मामला है, यह देश के करोड़ों लोगों के विश्वास का मुद्दा है। मोहन भागवत ने राम मंदिर को लेकर हो रही बातचीत का भी समर्थन किया है। उन्होंने ये भी कहा कि राम मंदिर पर फैसला राम मंदिर समिति के पास होगा। मोहन भागवत ने ये भी कहा कि राम मंदिर के लिए अध्यादेश जारी किया जा सकता है क्योंकि वो सरकार के अंग नहीं हैं इसलिए कुछ नहीं कह सकते। भागवत से पहले यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि अगर फैसला नहीं होता है तो अध्यादेश लाएंगे। अब संघ प्रमुख ने भी इशारा दे दिया है।

वहीं मंदिर को लेकर दिल्ली में किताब का विमोचल हुआ जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत मोदी सरकार के आधे से ज्यादा मंत्री मौजूद थे। अयोध्या का सच बुक लांच के मौके पर बॉलीवुड के भी कई नामी गिरामी लोग मौजूद थे। बुक में मंदिर को लेकर क्या क्या हुआ  6 दिसंबर की घटना से लेकर अब तक की पूरी कहानी लिखी हुई है।

दरअसल, राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का सवाल है। करोड़ों राम भक्त चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बने लेकिन सुप्रीम कोर्ट में ये मामला चल रहा है। कई लोगों इस मुद्दे को कोर्ट के बाहर सुलझाने का दावा किया लेकिन मंदिर मुद्दा नहीं सुलझा है। जैस-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं मंदिर मुद्दा फिर से गर्माने लगा है। अब सवाल है कि इस बार सरकार करोड़ों लोगों की आस्था के लिए अध्यादेश लाएगी? क्या मिशन 2019 से पहले सच में मंदिर निर्माण का काम शुरू होगा या सिर्फ सियासी रोटियां ही सेंकी जाएगी।

एपीएन ब्यूरो

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