देश में पहली बार किसी सरकारी प्रतिष्ठान में बड़ी तादाद में ट्रांसजेंडर नियुक्त किए जाएंगे। केरल के कोच्चि मेट्रो में 23 ट्रांसजेंडरों को नियुक्ति दिए जाने का यह पहला मामला है। केरल में कोच्चि मेट्रो के लिए 530 कर्मचारियों का चयन आम प्रतिभागियों की तरह लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के माध्यम से हुआ है जिसमें से 23 ट्रांसजेंडरों का भी चयन हुआ है। सभी कर्मचारियों को उनकी योग्यता के हिसाब से अलग-अलग पदों पर तैनात किया जाएगा। इसी तरह ट्रांसजेंडरों को भी उनकी योग्यता के हिसाब से टिकट खिड़की पर या हाउसकीपिंग में जैसी जिसकी योग्यता है उस हिसाब से तैनात किया जाएगा।
सामाजिक समरसता और मानव विकास के इस मामले में कोच्चि मेट्रो के प्रमुख इलियास जॉर्ज कहते हैं ,`हमारी यह पहल केरल के समाज का मानवीय पहलू सामने लाती है, हमें उम्मीद है कि हमारी यह अनोखी पहल ट्रांसजेंडरों को एक नया विकल्प प्रदान करेगी और यह अपने आप में बेहद सफल भी होगी´। इस प्रयास की सफलता के बाद ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को वॉटर मेट्रो ( मेट्रो रेल के लिए जलपरिवहन की फीडर सेवा ) में भी भर्ती दी जा सकती है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी कर्मचारियों को निर्देश मिलते ही काम पर लगा दिया जाएगा। किंतु अभी इनको प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा । प्रशिक्षण देने के बाद सभी कर्मचारियों को मौजूदा 11 स्टेशनों पर तैनात किया जाएगा। अब तक भारत में ट्रांसजेंडरों को किसी भी सरकारी प्रतिष्ठान में नौकरी नहीं मिली थी। केरल में हुए इस पहल से ट्रांसजेंडर ही नहीं बल्कि इसी से संबंधित अन्य समदायों का भी मनोबल बढ़ेगा और वह समाज में अपनी भूमिका को पहचान पाएंगी।