उत्तर कोरिया ने फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दागी है जो जापान के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में जा गिरी। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल दागा है। दक्षिण कोरिया और जापान ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि इस मिसाइल से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। यूएस पसिफिक कमांड ने पुष्टि  भी कर दी है कि उत्तर कोरिया ने एक मध्यमवर्ती गति का  बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) प्रशांत महासागर में छोड़ा है।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इसी हफ्ते उत्तर कोरिया के बढ़ते मिसाइल प्रोग्राम और ऐटमिक हथियारों की वजह से बढ़ते तनाव के मद्देनजर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए थे। इन्हीं प्रतिबंधों के जवाब में प्योंगयांग ने यह कार्रवाई की है। वहीं जापान ने उत्तर कोरिया की इस हरकत को उकसाने की साजिश करार दिया है। प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उनका देश कभी भी उत्तर कोरिया के दुस्साहस को बर्दाश्त नहीं करेगा। आबे ने चेतावनी दी है कि अगर उत्तर कोरिया इसी रास्ते पर चलता रहा तो उसका भविष्य बेहतर नहीं है। आबे ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के आह्वान करने के साथ ही कहा है कि अब दुनिया के एक होने का समय आ गया है।

इसके तुरंत बाद सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई। उत्तर कोरिया के मिसाइल दागने के बाद अमेरिका के चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। डोनाल्ड ट्रंप पहले भी उत्तर कोरिया को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे चुके हैं।

गैरतलब है कि इसी महीने उत्तर कोरिया ने अपना छठा और सबसे शक्तिशाली परमाणु बम का परीक्षण किया था। प्योंगयांग ने दावा किया है कि यह हाइड्रोजन बम है जो कि मिसाइल में फिट हो सकता है। उधर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की मानें तो, मिसाइल ने 3 हजार 700 किलोमीटर की दूरी तय की और 770 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंचा और फिर प्रशांत महासागर में गिर गया। हालांकि उत्तर कोरिया के इस हरकत के बाद जानकार बता रहे हैं कि इससे तनाव बढ़ने की संभावना और तेज हो गई है।

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