निर्भया के दोषी मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने ख़ारिज कर दी है। इससे पहले दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने याचिका खारिज कर दिल्ली के उप राज्यपाल को भेजी थी। जिसके बाद उपराज्यपाल ने याचिका खारिज करते हुए गृह मंत्रालय को भेजी थी। गृह मंत्रालय ने याचिका राष्ट्रपति को भेज दी थी जिसे अब राष्ट्रपति ने ख़ारिज कर दिया है।

बता दें दोषियों की फांसी लगातार टलते रहने से आहत निर्भया के परिजनों ने दिल्ली सरकार पर आक्रोश जाहिर किया है। निर्भया की मां ने कहा कि मैं मोदी जी से हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि 2014 में आपने कहा था बहुत हुआ नारी पर वार अबकी बार मोदी सरकार, प्रधानमंत्री जी एक बच्ची की मौत के साथ मजाक न होने दें। चारों दोषियों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाएं और दिखाएं की हम नारी पर अत्याचार नहीं होने देंगे।

निर्भया की मां ने कहा कि अब तक मैंने कभी राजनीति के बारे में बात नहीं की, लेकिन अब मैं कहना चाहती हूं कि जब 2012 में घटना हुई इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया, नारे लगाए, खुब रैली की। लेकिन अब वहीं लोग एक बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।

बता दें, दिल्ली की एक कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप मामले के चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है और फांसी के लिए 22 जनवरी का दिन तय किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here