बिहार में चारा घोटाले से भी बड़ा घोटाला आज कल सुर्ख़ियों में है। हालांकि यह घोटाला 2008 में पहली बार सामने आया था, लेकिन आजकल यह फिर से समाचारों में है। दरअसल महागठबंधन टूटने के बाद राजद, नीतीश कुमार और उनकी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसी रणनीति के तहत राजद ने सृजन घोटाले के जिन्न को फिर से बाहर निकाला है। पिछले तीन दिनों से 30 जांच अधिकारी मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं और इस मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

ताजा घटनाक्रम में राजद ने सृजन घोटाले के विरोध में धरना दिया और नीतीश कुमार, सुशील मोदी का पुतला फूंका। लालू यादव ने भी नितीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दंभ भरने वाले सुशासन बाबू के लोगों ने सरकारी खजाने की लूट की है। अभी तो सिर्फ 700 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई है लेकिन यह 1000 करोड़ से भी बड़ा घोटाला है। उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की। गौरतलब है कि रिज़र्व बैंक के एक आदेश के अनुसार 30 करोड़ से अधिक के भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई जांच करेगी।

क्या है सृजन घोटाला

1994 में मनोरमा देवी नाम की एक विधवा महिला ने सृजन नाम से महिलाओं का एक स्वयंसेवी संगठन खोला था, जिसमें महिलाओं के कौशल निर्माण के जरिये जीविकोपार्जन की कला सिखाई जाती थी। मनोरमा देवी ने अपने समूह में करीब 600 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा था। उन्होंने एक सरकारी मकान भी भागलपुर जिला प्रशासन से 2000 रुपये प्रति माह के किराये पर लीज पर लिया था। इसके बाद मनोरमा देवी ने सरकारी अधिकारियों और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से पैसे की हेराफेरी करना शुरू कर दिया और सृजन विकास समिति के अकाउंट में सरकारी विभागों के खजाने से फर्जी निकासी के जरिए करोड़ो रुपए आने शुरू हो गए।

इस साल फरवरी में मनोरमा देवी की मौत हो गई और उसके बेटे अमित और उसकी पत्नी प्रिया ने सृजन विकास समिति का कामकाज देखना शुरू किया। इसी बीच जब भूमि अधिग्रहण कानून के तहत जब किसानों और भू-मालिकों को सरकार से मिला हुआ चेक बाउंस होने लगा तो इस मामले का पर्दाफाश हुआ। दरअसल भागलपुर के अधिकतर सरकारी विभागों के खातों के पैसे सृजन समिति के एकाउंट में ट्रांसफर हो जाते थे, जिसमें अनेक अधिकारी, बैंक कर्मचारी और दूसरे सरकारी कर्मचारी मिले हुए थे।

भाजपा नेताओं के भी आ रहे हैं नाम

इस घोटाले में भाजपा नेताओं के नाम भी लगातार उछाल रहे हैं, इन नेताओं में गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे, भाजपा प्रवक्ता शहनवाज हुसैन, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का नाम शामिल है। हालांकि शहनवाज हुसैन ने ऐसे किसी भी आरोप से इंकार किया और कहा कि वह महिलाओं के लिए एक स्वयं सहायता समूह था इसलिए वे उनके कार्यक्रमों में जाते थे।

middle5
भाजपा नेता शहनवाज हुसैन और गिरिराज सिंह के साथ मनोरमा देवी

मामले की जारी है जांच

मामला प्रकाश में आते ही अधिकारियों ने जांच शुरु कर दिया तो नीतीश ने एक टीम तैयार करते हुए जल्द इस मामले का पर्दाफाश करने तथा आरोपियों पर कार्रवाई करने की बात की है। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी मामले की जांच की बात कही है। कुल 30 अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि मामले का पर्दाफाश होने के बाद मुख्य आरोपी अमित और उसकी पत्नी प्रिया फरार होने में सफल रहें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here