छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और पीपीएफ समेत कई छोटी बचत योजनाओं के लिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दर बढ़ा दी है। इनमें 0.4 फीसदी तक का इजाफा किया गया है।

वित्त मंत्रालय ने जारी अधिसूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें संशोधित की जाती हैं। पांच वर्ष की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ाकर क्रमश: 7.8 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत कर दी गयी हैं। हालांकि बचत जमा के लिए ब्याज दर चार प्रतिशत बरकरार है।

PPF (पीपीएफ) और एनएससी पर मौजूदा 7.6 प्रतिशत की जगह अब आठ प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र पर अब 7.7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा और अब यह 112 सप्ताह में परिपक्व हो जाएगा।

सुकन्या समृद्धि खातों के लिए संशोधित ब्याज दर 8.5 प्रतिशत होगी। एक से तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज दर में 0.3 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है।

वित्त मंत्रालय द्वारा 19 सितंबर को जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को 30 से 40 बेसिस पॉइंट्स तक बढ़ाया गया है। हालांकि पोस्ट ऑफिस बचत खातों के बैलेंस पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसे पहले की तरह ही 4 प्रतिशत रखा गया है।

बता दें कि छोटी सेविंग स्कीमों के लिए ब्याज दरों को तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है। फिक्स्ड इनकम के लिए ऐसी योजनाओं में निवेश करने वालों को काफी समय से ब्याज दरों के बढ़ने का इंतजार था। पिछली 2 तिमाही से ब्याज दर यथावत थीं। उससे भी पहले, 2018 की जनवरी-मार्च तिमाही में ब्याज दरें घटाई गईं थीं।

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