जीएसटी के बाद व्यापारियों में पीएम मोदी और बीजेपी को लेकर खासा गुस्सा है। व्यापारियों के मुताबिक जीएसटी आने से उनके व्यापार में नकारात्मक प्रभाव पड़ा है जिसके कारण उनको घाटा उठाना पड़ रहा है। ऐसे में व्यापारी आजकल अपने व्यापार को लेकर कुछ ज्यादा ही चिंतित हैं। इस चिंता का असर कानुपर में देखा गया जब व्यापारी 10 रु के कई सिक्के बैंकों में जमा करने गए और बैंक ने इसे लेने से मना कर दिया। इतनी सी बात पर व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन का नया तरीका अख्तियार कर लिया और उन्होंने जनता और मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए पीएम मोदी की तुलना उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से कर दी। हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपी व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है।
व्यापारियों ने कानपुर में जगह-जगह पोस्टर लगा दिए हैं जिसमें एक तरफ तानाशाह किम जोंग की फोटो है और दूसरी तरफ पीएम मोदी की। खास बात ये है कि एक तरफ किम जोंग के फोटो पर कैप्शनिंग में लिखा है ‘मैं दुनिया को मिटा कर दम लूंगा’ वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी की फोटो पर कैप्शनिंग में लिखा है ‘मैं व्यापार को मिटा कर दम लूंगा’। इस मामले में मुख्य आरोपी का कहना है कि सरकार और मीडिया का ध्यान इस ओर खींचने के लिए उन्हें इस तकह की हरकत करनी पड़ी। उनका कहना है कि नोटबंदी के बाद बाजार में बड़े नोट कम हो गए हैं। जिनके चलते उन लोगों के पास बड़ी तादाद में सिक्के आते हैं। बैंक बड़े पेमेंट दस रुपए के सिक्कों में नहीं लेते हैं, जिसके चलते उनका व्यापार बंद होने की कगार पर पहुंच रहा है।
ऐसे में क्या यह कहना गलत होगा कि अब देश की मीडिया और सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लोगों को अब विवादों को जन्म देना होगा। क्योंकि अगर ऐसा है तो इससे ज्यादा घातक हमारे देश के लिए कुछ नहीं हो सकता।
पुलिस ने इस मामले में 23 व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनके खिलाफ दंगे भड़काने और जन भावनाएं आहत करने वाले धाराएं लगी हैं। बता दें कि उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन भी अपने मर्जी का मालिक है। एक तरफ जहां उसकी जनता तकलीफों में गुजर-बसर कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वो मिसाइल परीक्षण करने में लगा है। यही नहीं वो दूसरे देशों को युद्ध के लिए ललकार भी रहा है। परमाणु जैसे घातक विस्फोटक का वो गलत ढंग से प्रयोग कर रहा है। अन्य देशों के मना करने के बावजूद वो उनकी बात भी नहीं मान रहा।