जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती का आरोप है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सूबे के दौरे से पहले 700 नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। पीडीपी नेता ने ट्वीट किया, ‘ अमित शाह की यात्रा से पहले 700 नागरिकों को हिरासत में लिया गया, PSA के तहत मामला दर्ज किया गया और कई को कश्मीर के बाहर की जेलों में ट्रांसफर कर दिया गया।’ नेता ने कहा कि इस तरह के दमनकारी कदम से तनावपूर्ण माहौल को और बिगाड़ने का काम किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के लोगों को राहत दी गयी होती तो बेहतर होता: मुफ्ती
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कालाबाजी पूरे जोरों पर है जबकि सच्चाई को नकारा जा रहा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर की घेराबंदी को कम करने, कैदियों को रिहा करने, यहां के लोगों को दैनिक आधार पर किए जाने वाले उत्पीड़न को खत्म करने, अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस कदम उठाने जैसी राहत दी गयी होती तो बेहतर रहता।
‘370 खत्म होने के बाद, जम्मू-कश्मीर को अराजकता में डाल दिया’
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री का श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उद्घाटन और नए मेडिकल कॉलेजों की नींव रखना कोई नई बात नहीं है। यूपीए सरकार ने आधा दर्जन मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए थे और अब काम कर रहे हैं। आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद, जम्मू-कश्मीर को अराजकता में डाल दिया गया है।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू कश्मीर पुलिस के शहीद जवान परवेज अहमद डार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री शाह ने शहीद के परिजनों से भेंट की और जवान की पत्नी को सरकारी नौकरी दी। इस बारे में जानकारी देते हुए गृह मंत्री शाह ने ट्वीट किया, ‘जम्मू कश्मीर पुलिस के शहीद जवान परवेज अहमद डार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुझे व पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है। उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी।’
अमित शाह ने सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
बता दें कि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद गृहमंत्री अमित शाह का यह पहला दौरा है। शाह विकास कार्यों की समीक्षा भी करेंगे।