राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद समर्थन जुटाने के लिए मुंबई दौरे पर जाएंगे, पर वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री नहीं जाएंगे। कोविंद के यात्रा कार्यक्रम के अनुसार वह 15 जुलाई को दस बजे मुंबई पहुंचेंगे और दक्षिण मुंबई के गरवारे क्लब जाएंगे। वहां उन्हें सूबे के राजग विधायकों और सांसदों की बैठक को संबोधित करना है। इसके बाद वह सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे।
हाल के समय में ऐसा पहली बार होगा जब राष्ट्रपति पद का कोई उम्मीदवार मुंबई दौरे पर होगा पर मातोश्री नहीं जाएगा। गौरतलब है कि संप्रग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी और प्रतिभा पाटिल ने भी तत्कालीन शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से उनके आवास ‘मातोश्री’ में जाकर मुलाकात की थी। यह बात और दिलचस्प है कि शुरू में थोड़ा विरोध जताने पर उद्धव ने भी कोविंद को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था, फिर भी कोविंद मातोश्री नहीं जाएंगे।
उधर शिवसेना इस कार्यक्रम से थोड़ा सा असमंजस में दिख रही है। शिवसेना नेता संजय राउत ने खुद ट्वीट कर कहा है कि कोविंद मातोश्री जाएंगे या नहीं ये जानने की उत्सुकता हमें भी है। शिवसेना को लगता है कि अगर कोविंद मातोश्री आएंगे तो लगेगा कि शिवसेना की अब भी हैसियत बनी हुई हैं। अधिकारिक कार्यक्रम के हिसाब से तो कोविंद बस गरवारे क्लब जाने वाले हैं, लेकिन शिवसेना ये संदेश देने में लगी है कि अगर वो मातोश्री आएंगे तो फायदा बीजेपी का ही होगा।
उधर बीजेपी के कुछ स्थानीय नेता दबी जबान में कह रहे हैं कि कोविंद को वहां जाने की कोई जरुरत नहीं, क्योंकि इस बार बीजेपी के पास पर्याप्त मत है और कोविद का राष्ट्रपति बनना लगभग तय है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कोविंद के बैठक में शिवसेना सांसद और विधायक सम्मिलित होंगे या नहीं ?