कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब महज कुछ घंटे ही बचे हैं। इससे पहले ही प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर सियासी गुणा-गणित बिठाने की रणनीति बनने लगी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने आज सोमवार को ऐसे संकेत दिए कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस की जीत होती है तब भी सिद्धारमैया मुख्यमंत्री नहीं होंगे। हालांकि एक न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए खड्गे ने कहा कि मीडिया के लोग कांग्रेस नेताओं के बीच मनमुटाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हों। उन्होंने कहा कि हमारा रुख साफ है कर्नाटक के मुख्यमंत्री के बारे पार्टी हाईकमानो को फैसला करना है।
दरअसल कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि अगर हाईकमान किसी दलित नेता को सीएम पद पर बिठाना चाहता है तो वो मुख्यमंत्री का पद छोड़ने को तैयार हैं। इसी मुद्दे पर अब मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कर्नाटक के सीएम को लेकर पार्टी आलाकमान जो भी फैसला करेगा उसे मैं स्वीकार करूंगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि मीडिया में बिना वजह इसको मुद्दा बनाकर हम लोगों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि अगर पार्टी उनसे प्रभावित होकर उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है तो वो उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि पार्टी उन्हें दलित नहीं बल्कि उनकी वरिष्ठता को देखकर अगर ये जिम्मेदारी देती है तो उन्हें ज्यादा खुशी होगी।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर हाईकमान किसी दलित नेता को सीएम के तौर पर आगे करता है तो मैं यही कहूंगा ऐसा करना चाहिए। मैं इसके खिलाफ नहीं हूं। हालांकि चुनाव जीतकर आए विधायकों का भी मत इसको लेकर लिया जाना चाहिए। अगर किसी को दबाव डालकर मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो इससे मुश्किलें बढ़ेंगी। इस तरह से सरकार नहीं चलाई जा सकती है।