खबर आ रही है कि जम्‍मू-कश्‍मीर में नियंत्रण रेखा के करीब  एक सैन्‍य चौकी में आपसी कहासुनी होने पर एक जवान ने अपने मेजर को ही गोली मार दी। मेजर की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक 8वीं राष्‍ट्रीय राइफल्‍स के मेजर शिखर थापा कश्मीर के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बुचार पोस्‍ट पर तैनात थे। बीती रात जांच के दौरान उन्होंने देखा कि एक जवान नायक कथीरेसन ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन के साथ लगा हुआ है। उन्होंने जवान को डांटा और उसका मोबाइल फोन लेकर जब्त कर लिया। जब्ती के दौरान मोबाइल फोन नीचे गिर गया और क्षतिग्रस्त हो गय, जिस पर इस जवान और मेजर में बहस हो गई। बहस के बाद जैसे ही मेजर आगे बढ़ा, गुस्साए जवान ने एके-47 से उन पर गोलियां बरसा दी। मेजर को आनन-फानन में आर्मी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। सेना और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

सीमा पर जारी है गोलीबारी

इस बीच मंगलवार को कश्मीर के अनंतनाग के वनिहामा में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया।

सोमवार शाम 7 बजे सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली, जिसके बाद सेना ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया और दो घंटे में ही आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। शवों के पास से एक एसएलआर एके-47, एक पिस्टल और ग्रेनेड हथियार बरामद हुए हैं।

इन आतंकियों की पहचान शौकत लौहार, मुदस्सिर और जिब्रान के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि शौकत और मुदस्सिर स्थानीय जबकि जिब्रान पाकिस्तान का आतंकी हैं।

दुर्भाग्यपूर्ण घटना

एक तरफ जहां सीमा पर लगातार तनातनी का माहौल है और दुश्मनों के हमले से जवानों की मौत हो रही है, वहीं दूसरी तरफ सोमवार रात घटित हुई यह घटना और भी चौंकाने वाली है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हमारे सुरक्षा तंत्र पर तीखे सवाल कर रही है।

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