लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। एक तरफ लालू यादव खुद अस्पताल और जेल की हवा खा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके परिवार के संपत्ति पर आयकर विभाग ने कहर बरपा रखा है। यह कहना गलत न होगा कि लालू यादव और उनके परिवार के लिए उनकी संपत्ति ही उनकी विपत्ति का कारण बन गई है। इस बार आयकर विभाग ने तेज प्रताप के प्रॉपर्टी पर एक्शन लिया है। आयकर विभाग ने पटना एयरपोर्ट के समीप शेखपुरा में केंद्रीय विद्यालय के सामने ‘फेयर ग्रो’ नामक कंपनी की 5.22 कट्ठा जमीन गुरुवार को जब्त कर ली है। इस भूखंड पर निर्मित मकान के मुख्य द्वार पर आयकर विभाग ने इस संपत्ति को जब्त करने संबंधी इश्तेहार भी चस्पा कर दिया है। यह जमीन तेज प्रताप यादव के नाम से रजिस्टर्ड थी।

इस जमीन को एक फैक्ट्री के नाम पर रजिस्टर्ड करवाया गया था। इस जमीन की सरकारी कीमत ही करोड़ों में बताई जा रही है, जबकि इसका बाजार मूल्य इससे कहीं अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक इस जमीन पर एक मकान भी बना है। इस पर आयकर की टीम ने जब्ती का नोटिस चिपकाते हुए इसे सील कर दिया। आयकर विभाग का कहना है कि ये लालू यादव और उनके परिवार की बेनामी संपत्ति है। पटना के शेखपुरा इलाके में इस पुराने बंगले में 2002 तक टाटा स्टील का दफ़्तर होता था। बाद में इस संपत्ति को झारखंड राज्य के निर्माण के बाद किसी कम्पनी से टाटा ने बेच दिया। इसके बाद इस घर का स्वामित्व कोलकाता स्थित फेयर ग्रो (fairgrow) होल्डिंग के पास आया, जिसके निदेशकों में तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव, चंदा यादव और रगिनी यादव हैं। हालांकि, इन लोगों ने 2017 में कम्पनी के निदेशक पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।

बता दें कि लालू यादव  किडनी और दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। गुरुवार को लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने उनसे मुलाकात की थी और उनकी सेहत को लेकर चिंता जाहिर की थी। इस समय लालू यादव अस्पताल में भर्ती हैं।

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